नयी दिल्ली, 18 मई (वार्ता) लोक सभा चुनाव के पांचवें चरण में आठ राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों की 49 सीटों तथा ओडिशा विधानसभा के दूसरे चरण के लिये 35 सीटों पर प्रचार अभियान शनिवार शाम छह बजे थम गया।
इन सीटों पर मतदान सोमवार को होगा।
इस चरण में 49 लोकसभा सीटों पर 695 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
इसके साथ ही ओडिशा विधानसभा की कुल 147 सीटों में से दूसरे चरण के लिये 35 सीटों पर भी इसी दिन मतदान होगा। इन सीटों पर कुल 265 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राज्य विधानसभा के चुनाव के पहले चरण में 13 मई को 28 सीटों पर मतदान हुआ था।
लोकसभा के पांचवें चरण के चुनाव के लिये 49 सीटों के लिये कुल 1586 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था, इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच के बाद 749 उम्मीदवार रह गये और नामांकन पत्र वापस लेने के बाद चुनावी मैदान में 695 रह गये।
इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल, साध्वी निरंजन ज्योति, कौशल किशोर, डॉ प्रवीण भारती पवार, शान्तनु ठाकुर, कपिल पाटिल, अन्नपूर्णा देवी , भाजपा नेता राजीव प्रताप रूड़ी, राष्ट्रीय जनता दल की रोहिणी आचार्य शामिल हैं।
कुल सात चरणों के इस चुनाव में पांचवें चरण के मतदान के साथ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित 18 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों की सभी लोक सभा सीटों पर मतदान कराने का काम काम पूरा हो चुका होगा। चुनाव परिणाम चार जून को आयेंगे।
चुनाव आयोग ने पांचवें चरण की वोटिंग को लेकर पूरी तैयारियों कर ली हैं और इसमें मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये मतदाता जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये हैं।
चौथे चरण के मतदान के साथ कुल 543 सीटों में से 379 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। पहले चरण में 102, दूसरे में 88, तीसरे में 93 और चौथे में 96 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव कराये गये हैं। पहले चार चरणों में 45.1 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अभी तक मतदान किया है और इन चरणों में औसतन 66.95 प्रतिशत मतदान हुआ है। छठे और सातवें चरण में क्रमश: 25 मई और एक जून को मतदान कराये जायेंगे। मतगणना चार जून को होगी।
पांचवें चरण में जिन आठ राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के संसदीय सीटों के लिये मतदान होगा उनमें उत्तर प्रदेश की 14, महाराष्ट्र की 13, पश्चिम बंगाल की सात, ओडिशा और बिहार की पांच-पांच, झारखंड की तीन और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की एक-एक सीट है।
पांचवें चरण में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी इंडिया गठबंधन के स्टार प्रचारकों के अलावा घटक दल के नेताओं ने सार्वजनिक सभाओं और रोड-शो आदि के माध्यम से जम कर प्रचार किया। जो आज शाम छह बजे थम गया। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए चुनाव आयोग की व्यवस्था के अनुसार सार्वजनिक प्रचार अभियान मतदान खत्म होने के 48 घंटे पहले बंद कर दिया जाता है। इसके बाद प्रत्याशी और उनके समर्थक निजी स्तर पर घर-घर जाकर मतदाताओं का समर्थन जुटाते हैं।
लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर सोमवार को मतदान होगा। उनमें-मोहनलालगंज (सु.), लखनऊ,रायबरेली, अमेठी, जालौन (सु.), झाँसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी (सु.), बाराबंकी (सु.), फैजाबाद, कैसरगंज और-गोण्डा शामिल हैं। इसमें से 10 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और चार सीटें सुरक्षित हैं।
महाराष्ट्र में धुले, डिंडोरी, नासिक, पालघर, भिवंडी, कल्याण, थाने, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर-पश्चिम, मुंबई उत्तर-पूर्व, मुंबई उत्तर – मध्य, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई दक्षिण संसदीय सीटों पर मतदान हाेगा।
बिहार में जिन पांच सीटों पर चुनाव होना है, इनमें मधुबनी, सीतामढ़ी, सारण, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र हैं।
वर्ष 2019 के चुनाव में इन 49 सीटों में से 32 पर भाजपा , सात पर शिवसेना (अविभाजित) और चार पर तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशियों को सफलता मिली थी।
इसके अलावा ओडिशा में बरगढ़, सुंदरगढ़, बोलांगीर, कंधमाल और अस्का, झारखंड में चतरा, कोडरमा और हजारीबाग, पश्चिम बंगाल में बनगांव, बैरकपुर, हावड़ा, उलूबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग, केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारामूला और लद्दाख की एक मात्र संसदीय सीट के लिये मतदान होगा।