साल भर से रखा था सड़ा-घुना गेंहू
प्रशासन को भनक नहीं होने से उठ रहे सवाल
राघव वेयरहाउस में प्रत्येक स्टैक में छुपाकर रखा मिलावट वाला गेहूं
जबलपुर:चरगवां शहपुरा के राघव वेयरहाउस में हो रहे घपले को लेकर नए-नए फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। जिसकी प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि वेयरहाउस के अंदर रखे गेहूं की बोरियों में मिलावट वाला गेहूं भंडारित किया गया है जो कि पिछले साल की गेंहू खरीदी से वेयरहाउस में भंडार करके रखा गया है। गौरतलब है कि लगभग 5000 मेट्रिक टन के राघव वेयरहाउस में पिछले वर्ष से गेहूं खरीद कर भंडार किया गया था। परंतु उसके बाद भी प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। जिसके कारण वेयरहाउस संचालक और समिति प्रबंधकों के हौसले बुलंद हो गए। जबकि गत दिवस अधिकारियों ने इसी वेयरहाउस का निरीक्षण भी किया था उसके बावजूद भी जिम्मेदारों ने घपले बाजी नहीं पकड़ी। जबकि पिछले 1 सालों से यह माल ऐसे ही वेयरहाउस के अंदर भंडारित करके रखा गया। मंगलवार को बरगी विधायक के निरीक्षण के दौरान वेयरहाउस के अंदर चल रही घपले बाजी उजागर हुई थी जिसके बाद कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर बनाई गई टीम द्वारा लगातार वेयरहाउस की जांच की जा रही है। इसके बाद यह पाया गया है कि वेयरहाउस में लगे सभी स्टैक की बोरियों में घुना हुआ मिलावट वाला गेहूं रखा गया है। वेयरहाउस के अंदर घपला कर फर्जीवाड़ी मामले में शामिल लोगों के ऊपर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर सात सदस्यीय टीम वेयरहाउस की जांच कर रही है और जल्द ही जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट तैयार करके आगे की कार्रवाई होगी।
15 स्टैक में से 2 में सबसे ज्यादा गड़बड़ी
राघव वेयर हाउस में जांच कर रही टीम में उप संचालक कृषि विभाग रवि कुमार आम्रवंशी से मिली जानकारी के अनुसार वेयरहाउस के अंदर कुल 15 स्टैक में गेहूं की बोरियों के लगने थे। जिसमें 13 स्टैक लगे हुए है, जिसमें पिछले वर्ष का पुराना गेंहू रखा हुआ है। बाकी के 2 अन्य स्टैक में गेंहू की बोरियां लगाई जानी थी। पहले से लगे स्टैक में 3456 बोरी रखी हुई थी, जिसमें बीच-बीच में खराब गेहूं की बोरिया रखी गई हैं। जिसमें से दो स्टैक की बोरियों में बारीकी से जांच की जा रही है, इन स्टैक में से निकाली गई बोरियों में मिलावट वाला गेहूं पाया गया है, जिसमें घुन लगा और सड़ा हुआ गेहूं रखा गया था ।
खरीदा हुआ माल भी अंदर करने की थी तैयारी
राघव वेयर हाउस में बनाए गए खरीदी केंद्र से कुल 212 किसानों से 25800 क्विंटल खरीदी हो चुकी थी। जिसमें से 20000 क्विंटल की स्वीकृति मार्केफेड ने दे दी थी। खरीदे गए गेंहू का भुगतान भी किसानों को किया जा चुका था। परंतु इस खरीदे गए गेहूं में घुन और कुसी लगी हुई थी और कुछ मिलावट करके इन गेहूं की बोरियों को भी अंदर के स्टैक में लगाने की तैयारी चल रही थी। परंतु इस बीच निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी पाए जाने के बाद जांच शुरू हो गई। जिसके बाद से अब वेयरहाउस के बाहर रखा हुआ गेहूं का भंडारण नहीं किया जा सका।
शाखा प्रबंधक प्रियंका पठारिया भी निलंबित
चरगवां शहपुरा के राघव वेयर हाउस में चल रहे घपले में मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एंड लॉजेस्टिक कॉर्पोरेशन ने प्रियंका पठारिया, शाखा प्रबंधक को वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन्स एक्ट 1962 की कंडिका 23(2) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना के प्रतिवेदन पर प्रबंध संचालक, निलंबन आदेश में कहा गया है कि उनके द्वारा सेवा सहकारी संस्था सूखा भारतपुर कैन्द्र उपार्जन स्थल राघव वैयरहाउस कुलौन तहसील शहपुरा में गेहूं खरीदी में अपने कर्तव्यों के निर्वहन में घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरती गई है। जिसके परिणामस्वरूप जिला प्रशासन व शासन के समक्ष निगम की छवि धूमिल हुई।
इन पर दर्ज हुई है एफआईआर
वेयरहाउस के अंदर घपला कर फर्जीवाड़ी मामले में शामिल समिति प्रबंधक राकेश नंदेसरिया, खरीदी केंद्र प्रभारी भूपेंद्र सिंह पटेल, वेयरहाउस संचालक अभिषेक दीक्षित, आपरेटर सृंजल जैन, सर्वेयर प्रवीण रजक और शुभम शर्मा के विरुद्ध धारा 420, 409, 34 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
ये टीम कर रही है जांच
राघव वेयरहाउस में हुए गेहूं घोटाले की जांच करने के लिए कलेक्टर ने सात सदस्यीय टीम गठित की है, जिसमें तहसीलदार रवीन्द्र पटेल, उप संचालक कृषि विभाग रवि कुमार आमवंशी, सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे, प्रभारी उपायुक्त सहकारिता विभाग हेमलता डोगर, जिला विपणन अधिकारी अर्पित तिवारी, जिला प्रबंधक एसआर निमोदा और जिला प्रबंधक दिलीप किरार है।
इनका कहना है
वेयरहाउस के अंदर रखे सभी स्टैक की जांच चल रही है,अधिकतर गेहूं की बोरियों में सड़ा हुआ गेहूं पाया जा रहा है। जिसको बीच-बीच में छुपा कर रखा गया था,आगे की जांच जारी है।
रवि कुमार आम्रवंशी, उप संचालक कृषि विभाग
सभी स्टैक की जांच की जा रही है, दो स्टैक में सबसे ज्यादा गड़बड़ी पाई गई है। अन्य स्टैक में भी जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
सखाराम निमोदा, जिला प्रबंधक