कौशांबी (यूपी), 12 मई (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला की पाकिस्तान को लेकर की गयी टिप्पणी के लिए उन पर निशाना साधा और कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और इसे वापस लेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार विनोद सोनकर के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा, “ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर और भारतीय गठबंधन के नेता फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान का सम्मान करने के लिए कह रहे हैं क्योंकि उसके पास परमाणु बम है। हम क्यों करें पाकिस्तान का सम्मान। ”
उन्होंने कहा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी कह रहे हैं कि पीओके मत मांगो। राहुल बाबा, अगर आपको परमाणु बम से डरना है तो डरो रहो। हम डरने वाले नहीं हैं, पीओके भारत का हिस्सा है और हम इसे लेकर रहेंगे।
श्री शाह ने कहा “ कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे कहते हैं कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोगों को कश्मीर से क्या लेना-देना है। शायद उन्हें नहीं पता कि कौशांबी का हर बच्चा कश्मीर के लिए अपनी जान कुर्बान करने को तैयार है।”
उन्होंने कहा कि 70 साल तक कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कश्मीर में धारा 370 को अपने बच्चों की तरह रखा। आपने मोदी जी को दूसरे कार्यकाल के लिए पीएम बनाया। 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया, आतंकवाद को खत्म किया गया और मोदी जी ने कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाया।
गृह मंत्री ने कहा कि दो शहजादे हैं, अखिलेश और राहुल, जो सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 वापस लाने का दावा करते हैं। उन्होंने कहा, “ कौशांबी के लोगों को तय करना चाहिए कि अनुच्छेद 370 वापस आना चाहिए या नहीं? मोदी जी ने देश में आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म किया और उन्होंने देश को सुरक्षित करने का काम किया है।”
राम मंदिर का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, ’70 साल तक सपा, बसपा और कांग्रेस के लोगों ने राम मंदिर के मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाले रखा। जब मोदी जी दूसरी बार पीएम बने तो मुकदमा जीत लिया गया। भूमि पूजन किया गया और पांच साल के अंदर 22 जनवरी को जय श्री राम के साथ प्राण-प्रतिष्ठा समारोह संपन्न किया गया।”
श्री शाह ने कहा कि प्रतिष्ठा समारोह के लिए राहुल गांधी, सोनिया गांधी, डिंपल यादव और अखिलेश यादव समेत सभी को निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन इनमें से कोई भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ। वे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए क्योंकि वे अपने वोट बैंक से डर गए थे। हम भाजपा के लोग वोट बैंक से नहीं डरते हैं। केवल राम मंदिर ही नहीं, मोदी जी ने बाबा विश्वनाथ के दरबार का भी कायाकल्प किया, जिसे औरंगजेब ने ध्वस्त कर दिया था। सोमनाथ मंदिर है सोने से बना है, मोदी जी आस्था के सभी केंद्रों को सजा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं । हालांकि जीतने की कोई संभावना नहीं है, लेकिन मान लीजिए कि अगर वे जीतते हैं, तो प्रधानमंत्री कौन होगा। क्या शरद पवार, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, स्टालिन या रागुल गांधी प्रधान मंत्री बन सकते हैं? जब उनसे पूछा गया, तो उनके एक नेता ने कहा कि बारी-बारी से बनेंगे पीएम राहुल बाबा, यह कोई किराने की दुकान नहीं है, जहां चीजें इस तरह नहीं चलतीं।’
केंद्रीय मंत्री ने कोरोना काल में वैक्सीन पर लोगों को गुमराह करने को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोला. “मोदी जी ने जब टीकाकरण अभियान शुरू किया तो अखिलेश ने कहा कि मोदी का टीका नहीं लगता। अच्छा हुआ कि यूपी की जनता अखिलेश की बात नहीं मानती। उन्होंने छिपकर टीका लगवाया। कुछ तो शर्म करो महामारी के उस वक्त भी राजनीति कर रहे थे।
उन्होंने कांग्रेस पर बाबा सहाद भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए बहुत कुछ किया। उन्होंने बाबा साहब का अपमान किया, उन्हें चुनाव हरवाया, और उन्हें भारत रत्न नहीं दिया। मोदीजी ने 14 अप्रैल को समरसता दिवस घोषित किया। मऊ, लंदन में बाबा साहब से जुड़े सभी स्थान , नागपुर, दिल्ली और मुंबई को तीर्थस्थलों के रूप में विकसित किया गया था,।”