नयी दिल्ली 30 जनवरी (वार्ता) कोरोना के कारण लाॅकडाउन से बुरी तरह प्रभावित अर्थव्यवस्था अब पटरी पर लौट आयी है क्योंकि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8.4 प्रतिशत की गति से बढ़ा है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसमें 7.4 प्रतिशत का संकुचन आया था।
केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय(सीएसओ) द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सितंबर में समाप्त तिमाही में वर्ष 2011-12 के मूल्य पर आधारित जीडीपी 35.73 लाख करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 32.97 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 8.4 प्रतिशत अधिक है।सितंबर 2021 में समाप्त तिमाही में इसमें 7.4 प्रतिशत का संकुचन आया था।
आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में पहली छमाही में जीडीपी 68.11 लाख करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 59.92 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 13.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसमें 15.9 प्रतिशत का संकुचन आया था।
कोरोना की दूसरी लहर के कारण अधिकांश संगठनों और समीक्षकों ने दूसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर के आठ फीसदी के आसपास ही रहने का अनुमान लगाया था लेकिन यह उनकी उम्मीद से बेहतर रहा है।