झाबुआ। झाबुआ विकासखंड के ग्राम भगोर में नेगड़ी नदी के पास खेत में 3 मई को अज्ञात महिला की लाश मिलने की सूचना मिली। जिसके बाद थाना कल्याणपुरा की पुलिस टीम तत्काल घटना स्थल पहुंची। जहां पर एक अज्ञात महिला की लाश थी जिसको किसी अज्ञात व्यक्ति ने पत्थरों से मारपीट कर पत्थर से सिर कुचल रखा था। पीएम करवाया गया तो पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु सिर में आई प्राणघातक चोट होना लेख किया गया। जिस पर थाना कल्याणपुरा में मर्ग कायमी उपरांत प्रकरण को विवेचना में लिया गया। निर्मम हत्या करने जैसी सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल द्वारा संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए अति. पुलिस अधीक्षक पीएल कुर्वे को विभिन्न टीमों के साथ तत्काल घटनास्थल पर रवाना किया गया। अति. पुलिस अधीक्षक कुर्वे, एसडीओपी पेटलावद सौरभ तोमर एवं उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा के नेतृत्व में टीमें बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई।
घटना का किया खुलासा
घटनास्थल पर अज्ञात महिला का शव प्राप्त हुआ था जो पुलिस के लिये काफी चुनोती पूर्ण था। मृतिका अज्ञात महिला की पहचान आस-पास के लोगो से करवाई गई किंतु उसकी पहचान नहीं हो सकी। फिर अन्य लोगों से विस्तृत रूप से पहचान करवाई गई तो अज्ञात महिला की पहचान सतुराबाई पति अपसिह सिंगाडिया नि. बरोड की होना पाई गई। उक्त मृतिका महिला के बारे में जानकारी निकाली गई कि वह घटना के समय से पहले कहा-कहा गई थी व किनके साथ थी, इसी बीच जानकारी प्राप्त हुई की मृतिका महिला को एक व्यक्ति अन्नु भूरिया के साथ देखा गया था। जिसे तत्काल पुलिस गिरफ्त में लेकर पुछताछ करने पर पहले तो इधर-उधर की बाते कर घुमराह करने लगा, फिर पुलिस टीम द्वारा बड़ी ही सूझबूझ से पुछताछ करने पर आरोपी अन्नु ने सारा राज उगल दिया। आरोपी अन्नु ने बताया कि उसकी मृतिका सतुराबाई से 6-7 साल पहले पहचान हुई थी। आरोपी अन्नु का मृतिका सतुराबाई से प्रेम संबंध था। आरोपी अन्नु ने मृतिका से रूपये उधार ले रखे थे एवं 3-4 माह पहले एक मामले में भांजगड़ी कराई थी। जिसमें 2 लाख रूपये आरोपी अन्नु को मृतिका की पार्टी को दिलवाना थे। उधार के रूपये के लिये बार-बार दबाव बनाने व परेशान करती थी। 2 मई को आरोपी अन्नु ने मृतक सतुराबाई को बहला फुसला कर चांदी के आभूषण सुनार के पास गिरवी रखने के लिये मंगवाये थे, लेकिन रात हो जाने के कारण दुकान बंद हो गई थी। जिस कारण आभूषण गिरवे नही रख पाया, फिर दोनों खाना-पीना लेकर नेगड़ी नदी के पास खेत में सुनसान जगह गये। जहां वे खाना-पीना कर सो गये। सुबह करीबन 4 बजे आरोपी अन्नु व सतुराबाई के बीच अन्नु द्वारा उधार लिये गये पैसे एंव भांजगड़ी के पैसे की बात को लेकर विवाद हो गया। जिसके कारण अन्नु ने गुस्से में आकर खेत के सेडे पर रखा पत्थर उठा कर सतुराबाई के सिर पर मार दिया तथा दुसरा पत्थर चेहरे पर मार कर सतुराबाई की हत्या कर सतुराबाई के पास रखे चांदी के जेवर व मोबाईल लेकर नदी के रास्ते खुटाया जंगल में मोबाईल की सीम तोडकर फेक दी व मोबाईल खाखरे के पेड पर छुपा दिया व चांदी अपने रिस्तेदार के घर प्रतापपुरा में रख दी। आरोपी अन्नु पिता ननजी भूरिया नि. बिजलपुर छोटी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 2 किलों चांदी व मृतिका का मोबाईल जप्त किया गया। उक्त घटना का खुलासा करने में थाना प्रभारी कल्याणपुरा निर्भयसिह भूरिया, सउनि. मुकेश वर्मा, प्रेमचंद परमार, राजेन्द्र राजपुत, नरेन्द्र परमार, हिरालाल गिरवाल, प्रआर. नरवेसिह, चंदरसिह, दीपसिह पारगी, आर. राजेन्द्र, रविन्द्र, सुरेन्द्र, नारायण, संदीप बघेल, महेश प्रजापति, सुरेश चौहान, राकेश चौहान तथा एसआईटी टीम उनि. दिलीपसिह गौर, प्रआर. महेन्दसिह नायक, आर. गमतु किराडे, रतन मोर्य, मनोहर भूरिया का सराहनीय योगदान रहा।
6 झाबुआ-1- घटना का खुलासा कर पत्रकारों को जानकारी देते एसपी