किसान प्राइवेट में बेच रहे फसल
जबलपुर: समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी जिले में शुरू हो चुकी है। जिसको एक माह से ज्यादा हो चुका है,परंतु अपने निर्धारित लक्ष्य तक अभी तक गेहूं खरीदी का आंकड़ा नहीं पहुंचा है। इसके विपरीत किसान व्यापारियों और प्राइवेट रूप से गेहूं बेचने के लिए मंडियों में पहुंच रहे हैं। जिसके कारण मंडियों में गेहूं का अंबार लगा हुआ है और भारी मात्रा में गेहूं की आवक बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि 29 मार्च से समर्थन मूल्य पर जिले में गेहूं खरीदी शुरू हो गई थी,परंतु नियम के स्वरूप इस बार एफएक्यू क्वालिटी का गेहूं ही सोसाइटी में खरीदा जा रहा था,जिसके लिए कई बार किसानों का गेहूं सर्वेयर द्वारा रिजेक्ट कर दिया जाता था। जिसके कारण किसान परेशान हो रहे थे इसी परेशानी से छुटकारा पाने के लिए अब किसानों द्वारा प्राइवेट रूप से अपना गेहूं बेचा जा रहा है,इसके लिए रोजाना मंडियों में किसानों की भीड़ देखने को मिल रही है।
1900 से 2350 तक खुल रही डाक
कृषि उपज मंडी जबलपुर में रोजाना गेहूं बेचने के लिए किसान पहुंच रहे हैं और व्यापारियों द्वारा इसे खरीदने के लिए डाक निकल जा रही है। जिसमें शुक्रवार को किसानों का गेहूं 1900 रुपए से लेकर 2350 रुपए प्रति क्विंटल से खरीदा जा रहा है,जिसमें गेहूं की क्वालिटी पर उसका रेट निर्भर करता है। गौरतलब है कि समर्थन मूल्य में इस बार 2400 पर प्रति क्विंटल की दर से गेंहू खरीदा जा रहा था। परंतु खरीदी केंद्रों पर समय पर खरीदी शुरु ना होना और सर्वेयर द्वारा गेहूं रिजेक्ट कर देने से परेशान किसान अब मंडियों में अपनी फसल बेचने को मजबूर हो रहे हैं। इसके लिए उनको अपनी फसल का कम रेट मिल रहा है।