मरीजों की हो रही फजीहत, कहने के लिए चार चिकित्सकों क ी है पदस्थापना
सिंगरौली : जिले के अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवसर का है। जहां कहने को तो 4 डॉक्टर पदस्थ है। लेकिन रात में यदि कोई गंभीर मरीज आ जाए तो उनका इलाज भगवान भरोसे ही रहता है ।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवसर में रात्रि के समय मरीजों का इलाज भगवान भरोसे है। बताया जा रहा है कि यहां चार चिकित्सकों की पदस्थापना है। लेकिन रात्रि कालीन इमरजेंसी ड्यूटी केवल कागजों तक सीमित है। आरोप है कि रात के समय इमरजेंसी मरीजों के इलाज के लिए घण्टों इंतजार करना पड़ता है। यह समस्या आज से नही कही महीने से है।
चर्चाएं यहां तक है कि आपातकालीन स्थिति में मरीज के परिजन चिकित्सकों से अपनी पीड़ा सुनाते है तो कुछ चिकित्सक फोन पर ही इलाज शुरू कर देते हैं। अपने रूम से अस्पताल तक पहुंचने में कथित चिकित्सकों के पैर दर्द होने लगते हैं। यहां के कई गणमान्य नागरिकों ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाए भगवान भरोसे है। खासतौर पर रात्रि के समय इमरजेंसी मरीजों की फजीहत शुरू हो जाती है। मजबूरन ऐसे मरीजों को निजी नर्सिंगहोम या क्लिनीक का सहारा लेना पड़ता है। यहां के कई गणमान्य नागरिकों ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुये अस्पताल की चरमराई व्यवस्था को ठीक कराये जाने की मांग की है