उज्जैन: खेलते समय शनिवार दोपहर मासूम बालिका घर के बाहर खुले बोरवेल में गिर गई। ग्रामीणों ने रस्सी और लोहे का पंजा बोरवेल में डाला। करीब 35 से 40 मिनट की मशक्कत के बाद बालिका को बाहर निकाला गया। लेकिन उसकी सांसे थम चुकी थीं। अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की। भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सोडंग और चकरावदा बीच बने गांव जोगीखेड़ी में घर के बाहर खेल रही पदमसिंह पटेल की 5 वर्षीय मासूम बेटी वेदिका उर्फ राधा 2.30 बजे के लगभग अचानक घर के बाहर ही खुले बोरवेल में जा गिरी।
साथ खेल रहे बच्चों ने परिवार को वेदिका के गिरने की जानकारी दी। परिवार और ग्रामीण एकत्रित हो गए। प्रशासन को सूचना देने से पहले ग्रामीणों ने ही मासूम बालिका को बचाने के प्रयास शुरू किए और टॉर्च की रोशनी से अंदर देखने के बाद रस्सी में पंजा बंद कर बालिका को बाहर निकालने की मशक्कत शुरू की। बारिश की वजह से बोरवेल में पानी भरने से मिट्टी गीली हो चुकी थी। करीब 35 से 40 मिनट के बाद बालिका को बाहर निकाल लिया गया। इस बीच भैरवगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। लेकिन बालिका के शरीर में हलचल नहीं होने पर उसे तत्काल उज्जैन अस्पताल रवाना किया गया। परिजन उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद मासूम की मौत होना बताया। जानकारी लगते ही एडीएम और प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंच गए थे।
डेढ़ सौ फीट से अधिक गहरा था बोरवेल
बताया जा रहा है कि मासूम के परिजनों ने ही कुछ समय पूर्व बोरवेल खुदवाया था। जो करीब डेढ़ सौ फीट के लगभग गहरा था। पानी नहीं आने की वजह से उसे खुला छोड़ दिया था और उस पर मिट्टी डालकर ऊपरी हिस्से को बंद कर दिया था। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते ऊपरी हिस्से पर डाली गई मिट्टी गीली होने के बाद बोरवेल में चली गई थी और उसका मुंह खुल गया था। यह जानकारी सामने आई है कि बालिका करीब 30 फीट तक की गहराई में चली गई थी।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटनाक्रम के बाद पुलिस ने जांच शुरू की है वहीं प्रशासन भी हरकत में आ गया है। मासूम का पोस्टमार्टम कराने की बात पुलिस द्वारा कही गई है। वहीं प्रशासन ने खुले बोरवेल को बंद कराने के लिए आदेश जारी किए हैं। वही पूरे जिले में खुले बोरवेल की जानकारी लेकर उन्हें भी बंद कराने की बात कही है।