खरगोन, 20 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मोहन यादव सरकार के कार्यकाल का आंकलन करते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।
श्री सिंघार ने आज यहां पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री श्री यादव के कार्यकाल को लेकर पूछे गए प्रश्न पर कहा कि तीन हजार रुपए देने की लाडली बहना योजना को लेकर सरकार के ही मंत्री कहती हैं कि 1250 रुपए से अधिक नहीं देंगे। इसका मतलब है कि इनकी कथनी और करनी में अंतर है। गेहूं और धान का समर्थन मूल्य प्रदान नहीं किया गया। दो लाख नौकरी और पीएससी के छात्रों की मांग अधूरी रही। उन्होंने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं को देने और इंटरव्यू की वीडियो ग्राफी की मांग नहीं मानी जा रही। साथ ही खाद को लेकर किसान परेशान रहा और उसे आंदोलन करना पड़ा।
नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि इन्वेस्टर समिट संपन्न हुयी लेकिन इसमें मध्यप्रदेश को क्या मिला? उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार और आर्थिक विकास के क्षेत्र में सरकार पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के समन्वय को लेकर कहा कि पहले विधानसभा पूरे दिन नहीं चलती थी, लेकिन अब पूरे 5 दिन चल रही है और विपक्ष के नेता संगठित होकर जनता के मुद्दे उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 27 जनवरी की संविधान बचाओ रैली को लेकर सभी का समन्वय है।
उन्होंने उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला द्वारा कांग्रेस के संविधान बचाओ मुहिम को ढोंग बताए जाने पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने ही 400 पार जाने पर संविधान बदलने की बात कही थी। संविधान में हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की आजादी है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन पर ही प्रकरण दर्ज करवा देती है। बायो कॉटन घोटाले पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस मामले की जांच नहीं करवाना चाहती। उन्होंने मांग की कि किसानों को बदनाम करने वाले घोटाले के आरोपी दंडित होना चाहिए।