
मेलबर्न 30 दिसंबर (वार्ता) पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री ने सोमवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के दूसरी पारी में अंतिम दिन यशस्वी जायसवाल को पैट कमिंस की गेंद पर तीसरे अंपायर के आउट देने के फैसले गलत बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
भारत की दूसरी पारी के 71वें ओवर में जायसवाल ने कमिंस की शॉर्ट पिच गेंद को पुल करने का प्रयास किया था, लेकिन गेंद उनके बल्ले के बेहद करीब से निकली और विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने विकेट पीछे गेंद लपक ली। ऑस्ट्रेलिया ने जाेरदार अपील की लेकिन मैदानी अंपायर जोएल विल्सन ने नकार दिया। कमिंस ने इस पर रिव्यू लिया और तीसरे अंपायर बंगलादेश के शफुद्दौला ने जब स्निको पर इस कैच को चेक किया तो कोई भी डिफलेक्शन नहीं दिख रहा था,लेकिन नॉर्मल वीडियो में दिख रहा था कि गेंद यशस्वी के ग्लब्स के पास से डिफलेक्ट हो रही थी। तीसरे अंपायर ने नॉर्मल वीडियो के डिफलेक्शन पर भरोसा किया और स्निको को नकारते हुए आउट का फैसला दिया।
इसके बाद कमेंट्री कर रहे गावस्कर ने कहा, “यह फैसला पूरी तरह से गलत है। तीसरे अंपायर को पूरी तरह से साक्ष्य जुटाते हुए निर्णय देना चाहिये था। मैदानी अंपायर ने हालांकि आस्ट्रेलिया की अपील का नकार दिया था। तीसरे अंपायर को आधुनिक तकनीकी का उपयोग करते हुए अपना निर्णय देना चाहिये था। ऐसे में आप तकनीक का प्रयोग क्यों ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो में जो दिख रहा है, वह भ्रम हो सकता है।”
वहीं शास्त्री ने कहा, “बहुत कम बार ऐसा फैसला होता है, जहां पर स्निको में कुछ नहीं दिखता और आप मैदानी अंपायर के नॉट आउट के फैसले को बदल कर आउट करार देते हैं। आज ऐसा लग रहा है कि स्निको ऑस्ट्रेलिया का छठा गेंदबाज है।”
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस विवाद का पटाक्षेप करते हुए कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं इस पर क्या कहूं क्योंकि तकनीक तौर पर (स्निकोमीटर) तो कुछ नहीं दिखा रहा था, लेकिन खुली आंखों से लगा कि गेंद कुछ तो छूकर गया है। मुझे नहीं पता कि अंपायर तकनीक का कैसे उपयोग करना चाहते हैं, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो गेंद जायसवाल के बल्ले से छूती हुई निकली थी। हालांकि कोई भी तकनीक शतप्रतिशत सही नहीं होती और ऐसा हुआ है कि हम दुर्भाग्यशाली रहे हैं और यहां नहीं भारत में भी ऐसे कई फैसले हमारे खिलाफ गए हैं।”