संस्कारधानी को अपराध धानी बनाने मेें तुले रहे दहशतगर्द

2024 में 13559 अपराध दर्ज: कत्ल, किडनैपिंग, लूट, हत्या के प्रयास समेत चोरियां बढ़ी, सालभर दरिंदे लूटते रहे अस्मत
 
 जबलपुर: 2024 की विदाई और अब चंद दिन ही शेष रह गए हैं लेकिन सालभर जुल्म की दुनिया के अपराधी संस्कारधानी को अपराधधानी बनाने में तुले रहे। जिसकी गवाही खुद थानों में दर्ज अपराध और पुलिस रजिस्टर देते रहें। बेखौफ अपराधियों ने सालभर वारदातों को अंजाम देेकर आमजनों को दहशजदा कर किया। सरेराह कत्ल के साथ सालभर सडक़ों पर चाकूबाजों ने दहशत फैलाते हुए लहू बहाया, कई घरों के चिराग बुझा दिए। छोटी-छोटी बातों पर चाकू चलाने वाले चाकूबाजों पर पुलिस का काबू नहीं रहा। सडक़ों से लेकर जेल के भीतर तक गैंगवार हुए।   गुंडे-बदमाशों के साथ चोर-लुटेरों ने भी पुलिस को चुनौती दी। घरों में घुसकर तक लूटपाट की वारदातें हुई।

चोरों ने जहां सूने घरों को टारगेट किया तो लुटेेरों के निशाने पर वृद्धजन रहे। हैवानियत, दरिंदगी की वारदातों ने भी शर्मसार किया। शहर में बेटियों की सुरक्षा को लेकर भले ही लाख दावे किए गए लेकिन बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं रही। महिलाओं, बालिकाओं के साथ छोटी-छोटी बच्चियां तक दरिंदगी की शिकार बनी। दुष्कर्म और हत्या की कई ऐसी वारदातें हुई जिसमेेंं आरोपी अपने ही निकले।  इश्क, बेवफाई, गैंगवार, गुुंडई, डॉन बनने के शौक में खूब लहू बहा। बढ़ते अपराधों पर प्रदर्शन, चक्काजाम भी खूब हुए। सन् 2023 और 2024 के तुलनात्मक आंकड़ों पर अगर नजर दौड़ाई जाएं तो इस साल कत्ल, किडनैपिंग, लूट, हत्या के प्रयास समेत चोरियां बढ़ी है। बढ़ते अपराधों से आम नागरिक सालभर खुद का असुरक्षित महसूस करते रहे। इस साल भादवि के 13559 अपराध दर्ज हुए गए है। पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज इन अपराधों के कुछ आरोपी सीखचों के पीछे हैं तो कुछ अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। कई मामले अब भी अनसुलझे है।
  अब पेडिंग अपराधों के निकाल में जुटे
सालभर में शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों के थानों में धड़धाड़ एफआईआर तो होती ही रही लेकिन धोखाधड़ी, लूट, चोरी, संपत्ति संबंधित, साइबर अपराध, अपहरण, रेप, हत्या, समेत अन्य अपराधों में आरोपियों की गिरफ्तारियां भी हुई परंतु ढेरों ऐसे अपराध है जो साल खत्म होने को है परंतु मामले लंबित है ऐसे में अब साल के अंत में पुलिस थानों में पेडिंग अपराधों का निकाल करने में पुलिस जुटी हुई है।
प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयों से शिकंजा
पुलिस ने सालभर अपराधियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयों से भी शिकंजा कसा। इस साल 34 रासुका, 394 जिलाबदर किए गये। इसके अलावा धारा 110 जाफौ के तहत 5851, धारा 151 के तहत 5124, धारा 107, 116 जाफौ के 30844, धारा 145 के तहत 159, धारा 122 जाफौ क तहत 220 कार्रवाईयां हुई।
तस्करों के साथ जुआरी-सटोरिए रहे सक्रिय
आम्र्स के साथ मादक पदार्थों के तस्कर सालभर सक्रिय रहे जिन पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए कार्रवाईयां की। इस साल आम्र्स के तहत 899, एनडीपीएस एक्ट के तहत 116, आबकारी एक्ट के तहत 6389, जुआ एक्ट के तहत 669, सट्टा एक्ट के तहत 1086 मामले दर्ज हुए है।

अपराध-2022-2023-2024
हत्या- 81-68-76
हत्या का प्रयास- 73-76-137
डकैती- 0-2-1
डकैती की तैयारी-2-3-0
लूट-57-31-74
अपहरण-581-540-601
गृहभेदन- 429-348-367
चोरी- 316-226-238
रेत चोरी-72-36-87
वाहन चोरी-710-811-764
बलात्कार-262-212-204
छेड़छाड़-416-291-269
बलवा-38-35-31
188-101-16-51
अन्य भादवि-12282-10814-10658
कुल भादवि-15420-13509-13559
नोट:2022, 23 के आंकड़े 1 जनवरी से 31 दिसम्बर तक, 24 के आंकड़े 1 जनवरी से 26 दिसम्बर तक।

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