सियासत
संघ परिवार के संगठनों की गतिविधियों का राष्ट्रीय स्तर पर इंदौर बड़ा केंद्र बन रहा है. यहां लगातार संघ की गतिविधियां इस तरह चलती हैं कि जिसकी चर्चा पूरे देश में होती है. हाल ही में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ लाल बाग में संघ ने बड़ा प्रदर्शन किया. जिसमें लगभग सवा लाख लोग शामिल हुए. इसके बाद विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के आह्वान पर संतों ने बांग्लादेश के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. साल की शुरुआत में 3 जनवरी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक डॉ मोहन भागवत की मौजूदगी में मालवा प्रांत के चुनिंदा घोष वादक घोष का प्रदर्शन करेंगे.
इसके अलावा भी लगातार मार्च महीने तक संघ के बड़े अधिकारियों का इंदौर और मालवा और निमाड़ में लगातार प्रवास होने वाले हैं. जाहिर है इंदौर हिंदूवादी संगठनों की गतिविधियों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख केंद्र बनते जा रहा है. इंदौर में साधु संतों ने कहा कि वक्फ बोर्ड को कांग्रेस द्वारा कानून बनाकर जिस प्रकार की कानूनी शक्तियां प्रदान की गई हैं. वह भारतीय संविधान के भी विरुद्ध हैं. कांग्रेस ने मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए वक्फ बोर्ड को अत्यधिक शक्तियां प्रदान की हैं जो अब देश के लिए घातक सिद्ध हो रही हैं.
इस सभा के लिए संत कालीपुत्र कालीचरण महाराज पुणे महाराष्ट्र से विशेष रूप से इंदौर आए, कार्यक्रम में हिंदू महासभा प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ठाकुर, महामण्डलेश्वर श्री श्री 108 भरत दास महाराज, श्री श्री 108 महामण्डलेश्वर दिनेश दास महाराज, महामण्डलेश्वर विजय राम दास बेटमा, महंत रुक्मणी देवी, महंत राजनाथ योगी, गणेशदास राजगुरु पंच कुईया, बाल मुकुंद पाराशर मुख्य पुजारी गोपाल मंदिर, महंत तुलसी राम नवग्रह शनि मंदिर कनाड़िया, मध्य भारत आर्य समाज प्रतिनिधि सभा के प्रमुख प्रकाश आर्य, उज्ज्वल स्वामी, महंत राम गोपाल दास, महंत कृष्ण दास और सैकड़ों समाज सेवियों ने वक्फ बोर्ड को समाप्त करने की मांग की.