सडक़ों में फिर नजर आने लगी मॉडिफाई साइलेंसर की गाडिय़ां
लगाम कसने शुरु हुई थी कार्यवाही पड़ी ठंडी
जबलपुर: शहर के अंदर मॉडिफाई साइलेंसर के वाहनों की संख्या फिर से बढऩे लगी है। जिसमें देखा जा रहा है कि शहर की सडक़ों पर तेज आवाज निकालने वाले साइलेंसर की गाडिय़ां अपना आतंक मचा रहे है, जिसके कारण लोगों को काफी समस्याएं होती है। इन मॉडिफाई साइलेंसर की गाडिय़ों की धड़पकड़ के लिए पुलिस द्वारा मुहिम चलाई जा रही थी,जिसके बाद सैकड़ों वाहनों में से मॉडिफाई तेज आवाज निकालने वाले साइलेंसरो को निकाला भी गया था। लेकीन इस साल शुरू हुई साइलेंसर को धड़पकड़ करने की करवाई है, साल खत्म होने से पहले ही खत्म हो चुकी है। जिसके चलते फिर से शहर के अंदर मॉडिफाई साइलेंसर वाली गाडिय़ों का आतंक दिन- ब- दिन बढ़ता जा रहा था, जो गली मोहल्ला में घूम-घूम कर मोडिफाई साइलेंसर से तेज आवाज निकालते थे और आतंक करते हुए नजर आने लगे हैं।
साइलेंसरों से फोड़ते हैं पटाखे
आजकल के युवाओं को तेज आवाज वाली गाड़ी चलाने का काफी शौक चढ़ा हुआ है। जिसके चलते वह अपनी गाडिय़ों में मॉडिफाई साइलेंसर लगा लेते हैं और इन साइलेंसरों से वह पटाखे भी फोड़ते हैं। जिसके कारण उस क्षेत्र में एक दहशत का माहौल बन जाता है। गणेश उत्सव में भी रात में घूमने और भ्रमण पर निकले कई क्षेत्रों में कुछ यंगस्टर्स अपनी गाडिय़ों के मॉडिफाइड साइलेंसरों से पटाखे फोड़ते हुए नजर आए।
शिकंजा कसने किया था टास्क फोर्स गठन
मॉडिफाई साइलेंसर गाडियों की धमाचौकड़ी को कम करने और आतंक मचाने वालों की ऊपर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अधीक्षक ने टास्क फोर्स का गठन किया था,जो कि अपनी-अपने शिफ्ट में थाने की चीता पुलिस और मोबाइल पेट्रोलिंग पुलिस जाकर गस्त करती थी और इन गाडिय़ों को पडक़र थाने में ले जाकर उचित कार्यवाही की जाती थी। परंतु पिछले महीने से टास्क फोर्स अब नजर नहीं आ रही है। जिसके कारण शहर के अंदर फिर से मोडीफाई साइलेंसर वाली गाडिय़ों का आतंक बढ़ता जा रहा है।