महाकाल मंदिर के दोनों कर्मचारी कोर्ट में पेश

दो दिन की मिली पुलिस डिमांड, नवभारत द्वारा लगातार किए जा रहे खुलासे
दर्शन, पूजन, जलाभिषेक, भस्म आरती के नाम पर गबन घोटाले की अभी भी चल रही है जांच
अन्य लोगों पर गाज गिरने की संभावना

उज्जैन:महाकाल मंदिर में कार्यरत दोनों आरोपी कर्मचारी को महाकाल थाना पुलिस मंगलवार को कोर्ट लेकर पहुंची और न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. 5 दिन की रिमांड पुलिस ने मांगी थी, ऐसे में न्यायालय द्वारा दो दिन का रिमांड सौंपा गया है. पुलिस अब दोनों आरोपियों से और भी पूछताछ करेगी. महाकालेश्वर मंदिर के दो कर्मचारियों को श्रद्धालुओं से अवैधानिक तौर पर रुपए लेने से लेकर अकाउंट में ट्रांजैक्शन के मामले में गिरफ्तार किया था.

नवभारत के सतत खुलासे के बाद कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जब तीन लोगों को श्रद्धालुओं से रुपए लेते पकड़ा, उसके बाद पूरे मामले की परत दर परत खुलती गई. कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई और दो कर्मचारियों पर जिस तरह से गाज गिरी है ऐसे में अभी जांच की आंच में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, ऐसी संभावना जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन द्वारा व्यक्ति की जा रही है.

20 और लोगों के नाम
यह भी जानकारी सामने आई है कि कुछ और मंदिर के व बाहरी लोग शामिल है जिनकी संख्या लगभग 20 है. इसमें कुछ बाहरी लोग भी शामिल है. कुल मिलाकर करोड़ रूपयों का घोटाला दर्शन पूजन जलाभिषेक और भस्म आरती के नाम पर किया गया है.

सीएम के संज्ञान में पहुंचा मामला
पूरा मामला मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के संज्ञान में भी अधिकारियों द्वारा लाया गया है. इधर दोनों कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के लिए भी पत्र व्यवहार किया गया है.

आरोपियों के चेहरे पर शिकन नहीं
महाकाल मंदिर के कर्मचारी राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे को जब कोर्ट में पेश किया गया तो दोनों के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी, दोनों आरोपियों के वकील वीरेंद्र शर्मा ने रिमांड लिए जाने का विरोध भी किया.

और भी है जांच की जद में
महाकाल मंदिर में जो श्रद्धालु आते है उसमें से अधिकारी और नेताओं को प्रोटोकॉल के तहत भी दर्शन कराए जाते हैं, जिसमें नेताओं से लेकर मीडिया और अन्य वीआईपी के माध्यम से प्रोटोकॉल मिलता है, जो नन्दी हाल से लेकर डेली तक दर्शन करने के लिए मंदिर के ही लोग ले जाते हैं. इसी बीच दर्शनार्थियों से रुपए ले लिए जाते हैं. वहीं 250 रुपए की जो रसीद कटाई जाती है. वह भी नहीं कटाते हुए बाले बाले रुपए लेकर जेब में रख लिए जाते हैं. महाकाल मंदिर के कुछ पुजारी पुरोहितों प्रतिनिधियों से लेकर मंदिर की सिक्योरिटी कंपनी के गार्ड भी जांच की जद में है

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