नवभारत न्यूज
रीवा, 11 मार्च, नगर निगम इस समय राजनीति का अखाड़ा बन गया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के खीचतान मची हुई है. सोमवार को पत्रकारवार्ता में ननि नेता प्रतिपक्ष दीनानाथ वर्मा ने महापौर एवं एमआईसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकास कार्यो पर अडंगा लगाया जा रहा है. विकास के कार्यो के लिये लगातार राज्य सरकार द्वारा राशि प्रदान की जा रही है. 15 वर्षो में बीजेपी की सरकार एवं उप मुख्यमंत्री के प्रयास से रीवा शहर में मीठा जल उपलब्ध कराने हेतु 254.39 करोड़ रूपये प्रदान किये गये. रीवा शहर में शत-प्रतिशत मीठा जल उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया. श्री वर्मा ने कहा कि महापौर 100 करोड़ से ऊपर विकास कार्यो की बात करते है. वह सभी समस्त पार्षदो का परिणाम है, जिसे निगम का पैसा बता रहे है वह पैसा राज्य सरकार द्वारा मूलभूत सुविधा राज्य वित्त आयोग सडक़ अनुरक्षण विशेष निधि के रूप में विकास कार्यो हेतु प्रदान की जाती है. लगभग विगत दो वर्ष में निगम को 60 करोड़ से ऊपर उपलब्ध कराई गई. जिससे स्पष्ट होता है कि शहर के विकास कार्य में राज्य सरकार का बड़ा योगदान है. श्री वर्मा ने बताया कि राज्य शासन द्वारा निगम को कायाकल्प प्रथम चरण में 10 करोड़, अतिरिक्त आवंटन 5 करोड़ एवं 7.25 करोड़ उप मुख्यमंत्री द्वारा राज्य शासन से स्वीकृत कराये गये. इन राशियों के कार्यो पर महापौर द्वारा बार-बार अडंगा लगाया गया. निगम के हर कार्य में अडंगा लगाना और विकास कार्य को अवरूद्ध करना जनता के हित में नही है. पत्रकारवार्ता में योगेन्द्र शुक्ला, पार्षद संजय खान मौजूद रहे.