कल आधे दिन करेंगी काम, 24 को लेंगी सामूहिक अवकाश
ग्वालियर: आठ सूत्रीय मांगों का निराकरण नहीं होने से नाराज बहुउद्देशीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) ने शनिवार को काली पट्टी बांधकर काम किया। वहीं जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ विरोध भी जताया। वे सोमवार को आधे दिन काम करेंगी और 24 दिसंबर को सामूहिक अवकाश लेंगी।संयुक्त एएनएम एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष विमलेश शर्मा ने बताया कि शासन द्वारा ऑनलाइन कार्य करने के लिए डाटा एन्ट्री ऑपरेटर, एलडीसीएमआई, सीएचओ आदि को सिस्टम दिये गये हैं, लेकिन आयुष्मान कार्ड का दबाव एएनएम पर बनाया जा रहा है। इसी तरह सैकड़ों पुरूष कार्यकर्ता निर्वाचन और बीएलओ के नाम से कलेक्ट्रेट में अटैच है, जो कि वर्षों से अपने पदीय कार्यों को नहीं कर रहे हैं, इसके बावजूद एएनएम पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है।
अध्यक्ष विमलेश शर्मा ने कहा कि एसोसिएशन की मांग है कि हर किसी को एएनएम का अधिकारी न बनाया जाए, और न ही किसी अधिकारी व कर्मचारी द्वारा अर्मयादित भाषा का प्रयोग की जाए। लंबित बिलों का भुगतान शीघ्र किया जाए, साथ ही जरूरत पड़ने पर काम के बीच में सीएल दी जाए। विरोध प्रदर्शन में शारदा मौर्य, संध्या यादव, राधा नरवरिया, ममता नरवरिया, निर्मला लोधी, आरती यादव, भारती वर्मा, रानी राठौर, सरिता देवी, दीप्ति यादव- मिथलेश दिनकर, समीरा बघेल, किरण यादव, मीना सिंह, ममता, रसना परिहार, सुमन कुशवाह, ममता चंदेरिया, सुनीता, रमा सूत्रकार, सावित्री परिहार, भूरी देवी, प्रीति बघेल, रानी ठाकुर, जमुना पाल, सुधा उनिया, मंजू सिंह, कृष्ण शर्मा, मंजू राजपूत, ममता भदौरिया, वर्षा शर्मा, सुमन तोमर, वंदना यादव, द्रोपती बघेल, पूजा साहू, ऊषा बघेल, उर्मिला दोहर, दीप्ती रावत, गीता कबीर, राधा राठौर, रेखा बघेल, प्रीति मौर्य आदि एएनएम शामिल रहीं।
खुद के खर्च पर कर रहे हैं काम
अध्यक्ष विमलेश शर्मा ने कहा कि एएनएम (महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता) का मूल कार्य वैक्सीनेशन करना है, लेकिन शासन द्वारा जो भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजनाएं चलाई जा रही हैं, उन सभी योजनाओं में पूर्ण ईमानदारी से कार्य सम्पादित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा लैपटॉप, टेबलेट, डोंगल, मोबाइल डाटा, प्रिन्टर आदि किसी भी प्रकार का सिस्टम नहीं दिया गया है, उसके बाद भी वह स्वयं के खर्चे पर अनमोल पोर्टल, युविन पोर्टल, आईडीएसपी पोर्टल पर एन्ट्री, एनसीडी 9 पोर्टल पर एन्ट्री, टीडी यूविन पोर्टल जैसे एपों पर स्वयं के खर्चे पर कार्य कर रही हैं।