चुनावी समर में नेताओं की पूजन स्थली बना मां बगलामुखी शक्तिपीठ

मप्र सहित चुनावी राज्य वाले नेता भी आ रहे मंदिर, गुप्त रूप से हो रहे विशेष हवन-पूजन और अनुष्ठान

 

नलखेड़ा, 15 अप्रैल. विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन से 100 किमी की दूरी पर नलखेड़ा में स्थित प्रसिद्ध तांत्रिक शक्तिपीठ मां बगलामुखी मंदिर पिछले कई दिनों से लोकसभा चुनावी समर में नेताओं की खास पूजन स्थली बना हुआ है. यहां मध्यप्रदेश के साथ ही चुनाव वाले राज्य छत्तीसगढ़ और राजस्थान सरकार व अन्य देश के नेता लगातार दर्शन पूजन के लिए आ रहे हैं. फिलहाल नेता चुनाव में जीत की आस लेकर आ रहे हैं. टिकट वितरण के बाद चुनाव में सफलता के लिए यहां पूजन-अर्चन के साथ ही गुप्त रूप से राजनेताओं के तांत्रिक अनुष्ठान शुरू किए जा रहे है.

हवन-पूजन के जरिए विशिष्ठ कार्यों में सफलता प्राप्ति के लिए माता का यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है. खास बात यह है कि मंदिर में अभिष्ठ कार्य की सिद्धिदात्री मां बगलामुखी मध्य में विराजमान हैं. जबकि एक ओर महालक्ष्मी व दूसरी ओर महासरस्वती प्रतिष्ठित हैं. यहां मां बगलामुखी पीताम्बर रूप में शाश्वत काल से विराजित हैं. मान्यता है कि मां की मूर्ति स्वयं सिद्ध स्थापित है. महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर संकट के समय यहां उपासना करने के लिए आए थे. उस समय मां की मूर्ति खुले स्थान पर एक चबूतरे पर विराजमान थी. पांडवों ने यहां उपासना करके ही अपना राज्य वापस पाया था.

मंदिर के चारों ओर मुक्तिधाम

पुजारी, पंडितों के अनुसार मां के इस मंदिर के चारों मुक्तिधाम हैं. इसके साथ ही उत्तर दिशा में भैरव जी, पूर्वमुखी हनुमान जी, पीछे की ओर कल-कल बहती लखुंदर नदी. यहां पर होने वाले तंत्र-मंत्र, अनुष्ठान के फलित होने में सहायक रहती है. यहां होने वाले मिर्ची हवन काफी चर्चित अनुष्ठान हैं.

नेता व आमजन लगाते हैं अर्जी

मां बगलामुखी मंदिर पर सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती है. यहां पर नेताओं के साथ ही आमजन भी अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और वांछित फल प्राप्ति के लिए विशेष हवन-पूजन भी करते हैं. यह मां का दिव्य जागृत और सिद्धिदात्री दरबार है. वहीं रविवार को रात्रि में मध्य प्रदेश शासन विभाग के मंत्री इंदरसिंह परमार भी विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर पहुंचे. जहां पर उनके द्वारा दर्शन पूजन किया गया.

 

मंदिर में कई नेताओं ने किया हवन-अनुष्ठान

 

मां के दरबार में नेताओं का हवन और अनुष्ठान करना कोई नई बात नहीं है, लेकिन नई बात ये है कि पिछले एक सप्ताह में मध्यप्रदेश के कुछ लोकसभा प्रत्याशी यहां गुप्त रूप से हवन अनुष्ठान कर चुके हैं. ये सभी नेता अपने विरोधी और शत्रु पर विजय की कामना के साथ अनुष्ठान में जुटे. अब तक यहां लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार, पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिग्विजयसिंह मतदान के पूर्व विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर पहुंचे. जहां पर उनके द्वारा माता के दर्शन पूजन व हवन किया गया. वहीं राजगढ़ के बीजेपी लोकसभा के उम्मीदवार रोडमल नागर के द्वारा भी बगलामुखी मंदिर पर मां बगलामुखी को 56 भोग लगाया, दर्शन पूजन किया गया. अभी तक यहां पर कई नेताओं द्वारा गुप्त रूप से नेताओं द्वारा हवन अनुष्ठान भी किया गया. सूत्रों की माने तो यहां पर कई राजनेताओं द्वारा चैत्र नवरात्रि में हवन अनुष्ठान गुप्त रूप से करवाई जा रहे हैं.

 

दावेदारी से विजयी के लिए अनुष्ठान

 

मां बगलामुखी के दरबार में चुनाव में टिकट की दावेदारी से लेकर मतगणना में सकारात्मक परिणाम की मनोकामना को लेकर विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं. चुनावी समर में नैया पार लगाने के लिए प्रदेश ही नहीं चुनावी राज्यों से भी नेता और उनके स्वजन भी यहां आकर हवन-पूजन, अनुष्ठान कर रहे हैं. वहीं नेताओं के नाम से यहां के पंडितों द्वारा भी अनुष्ठान किए जाते हैं.

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