बदल देते थे इंजन और चैसिस नंबर
3 आरोपी गिरफ्तार, दो ट्रक बरामद
भोपाल, 15 दिसंबर. रायसेन जिले की कोतवाली थाना पुलिस ने ट्रक धोखाधड़ी और कूटरचना के मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. इस प्रकरण में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक रायसेन के निर्देशन में गठित तीन विशेष टीमों ने इस जटिल मामले की गहन विवेचना करते हुए अब तक दो ट्रकों को जब्त किया है, जबकि अन्य ट्रक और आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम लगाई गई है. पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार दमोह निवासी फरियादी दिए गए आवेदन में बताया था कि उनके स्वामित्व के ट्रक को दो व्यक्तियों ने विवाद कर कब्जे में ले लिया है. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू की और एक व्यक्ति को बुलाया, जिसने ट्रक को थाने में प्रस्तुत किया और दावा किया कि यह ट्रक उसके स्वामित्व का है. तकनीकी जांच के दौरान एक व्यक्ति द्वारा इस ट्रक को किसी अन्य व्यक्ति को बेचे जाने की जानकारी मिली. पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह ट्रक दो व्यक्तियों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दिया गया था. इसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया और उसके मेमोरेंडम के आधार पर ट्रक को जप्त किया गया. गिरोह के तरीके का हुआ खुलासा आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो बताया कि उसने और उसके साथी ने मिलकर कई ट्रकों पर फर्जी नंबर प्लेट और चेचिस नंबर लगवाए हैं. मंडीदीप से बरामद कर ट्रक की जांच में उसके इंजन और चेचिस नंबर भी अलग पाए गए. गिरोह के सदस्य फर्जी नंबर टंकित करने के लिए अपनी मशीनों का इस्तेमाल करते थे. इस प्रकार काम करता था गिरोह पूछताछ में सामने आया कि गिरोह फर्जी एनओसी तैयार करता था और पुराने ट्रकों पर नए नंबर लगाकर उन्हें नए वाहनों के रूप में बेच देता था. गिरोह के सदस्य उत्तर-पूर्वी राज्यों से ट्रक खरीदकर उनके दस्तावेजों को बदलते और भोपाल आरटीओ में पंजीकृत कराते थे. इन ट्रकों को बिचौलियों के माध्यम से बेचा जाता था. अन्य ट्रकों की तलाश जारी अब तक की कार्रवाई में दो ट्रकों की जप्ती की जा चुकी है. अन्य दो ट्रक की तलाश जारी है. गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं. झांसी निवासी एक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी रंजीत सराठे के नेतृत्व में टीम को रवाना किया गया है.