एनएचएआई बायपास पर बना रहा थ्री लेयर ब्रिज

एमआर-10 अंडर पास और बेस्ट प्राइज से फ्लाई ओवर

इंदौर: एनएचएआई शहर में थ्री लेयर ब्रिज बना रहा है. इस ब्रिज में एमआर- 10 पर बड़ा और लंबा अंडर पास, बेस्ट प्राइज से बायपास फ्लाई ओवर एवं उक्त दोनों के उपर से फ्लाई ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है. बायपास और राधौगढ़ सड़क को जोड़ने वाला ब्रिज 1.5 किलोमीटर लंबा होगा.एनएचएआई बायपास पर शहर को यातायात की नई व्यवस्था देगा. इसके तहत शहर से सीधे बाहर और अंदर आने के साथ दो अलग-अलग क्षेत्रों में जाने के लिए भी सुविधा उपलब्ध होगी. खास बात यह है कि बायपास पर यातायात बाधित नहीं होगा और देवास, मुंबई, हरदा बैतूल नागपुर हाई वे पर बिना किसी परेशानी के आवागमन कर सकेंगे. यह सुविधा अगले साल 2025 जुलाई में मिलने की संभावना है. बायपास पर एक्सिस्टिंग हाई वे और स्म्ेयर पर देवास और मुंबई की तरफ हरदा से आने वाले वाहन सीधे बायपास पकड़ लेंगे.

500 मीटर लंबा होगा अंडरपास
एनएचएआई एमआर-10 के आखरी छोर बायपास पर 6 लेन का अंडर पास निर्माण कर रहा है। यह अंडर पास करीब 500 मीटर लंबा होगा. कनाडिया हरदा रोड पर मिलेगा. वहीं बेस्ट प्राइज से बायपास पर एक्सिस्टिंग ब्रिज बना रहा है, जो सीधा देवास मुंबई का ट्रैफिक निर्बाध रूप से चलता रहेगा. यहां से शहर में सीधे वाहनों का आना जाना होगा. वहीं कनाडिया तरफ से बायपास को जोड़ने के लिए स्केयर फ्लाई ओवर बना रहा है. इससे सीधे देवास से हरदा एवं हरदा से बायपास पर जुड़ सकेंगे. उक्त फ्लाई ओवर ब्रिज की कुल लंबाई तीनों को जोड़ने पर 1.5 किलोमीटर लंबी होगी.

70 करोड़ आएगी लागत
उक्त थ्री लेयर ब्रिज के लिए करीब 70 करोड़ रुपए लागत आएगी. उक्त ब्रिज को बनाने ठेका मल्होत्रा बिल्डकॉन को दिया है. थ्री लेयर ब्रिज का काम जुलाई 2025 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसकी वजह यह है कि बायपास पर ट्रैफिक डायवर्शन की अनुमति देर से मिली है. ब्रिज का काम 16 फरवरी 24 से शुरु किया गया है.

अभी 50 फ़ीसदी कम पूराः बांझल
रीजनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बांझल ने बताया कि थ्री लेयर ब्रिज का काम जुलाई 2025 में पूरा कर लिया जाएगा. अभी 50 प्रतिशत कम पूरा हो चुका है, ट्रैफिक डायवर्सन की अनुमति देर से मिली, इसलिए काम देर से शुरू हुआ

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