नवभारत न्यूज
रीवा, 12 दिसम्बर, जिले भर में धान खरीदी को लेकर 92 केन्द्र बनाए गए है. खरीदी केन्द्रो में अव्यवस्था का आलम है. इस कड़ाके की ठण्ड में खरीदी केन्द्र में तौल कराने के लिये बैठे हुए है, लेकिन तौल नही हो रही है. दरअसल धान का उठाव न होने के कारण धान केन्द्रो में डम्प है. करहिया मंडी में हजारो क्विंटल धान रखी हुई है और अभी तक उठाव नही हुआ.
जबकि अनुबंध भी हो चुका है पर परिवहन नही शुरू हुआ. लिहाजा यहा पैर रखने तक की जगह नही है. जब तक गोदाम में धान नही पहुंचेगी तब तक किसानो को भुगतान नही होगा. अधिकांश किसान पिछले कई दिनो से मंडी में खुले आसमान के नीचे बैठे हुए है. अब सवाल यह उठता है कि जब यह स्थित शहर से लगे खरीदी केन्द्र की है तो फिर ग्रामीण क्षेत्र की स्थित क्या होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. धान को समर्थन मूल्य मे बेचने के बाद एक सप्ताह के अन्दर भुगतान के नियम यहा खरीदी धान का एक सप्ताह तक उठाव ही नही हुआ, तो भुगतान कैसे होगा. कृषि उपज मंडी प्रांगण मे स्थित खरीदी केन्द्र मे खरीदी करने के लिए कही जगह नही बची है सेट से लेकर सडक़ तक खरीदी गयी धान रखी है किसान टैकटर ट्राली लिये खडे है. खरीदी केन्द्रो में अव्यवस्था के चलते आये दिन किसान सडक़ पर उतर रहे है. ऐसा कोई दिन नही जब खरीदी केन्द्र में हंगामा न हो. कलेक्टर ने अधिकरियों को तैनात किया है और खरीदी को लेकर नोडल बनाए गए है पर कही कोई देखने नही जाता है सब कागज में चल रहा है. इतना ही नही यूपी से भी चोरी छिपे धान आ रही है कही कोई रोकटोक नही है. चोर रास्तो के द्वारा यूपी की धान जिले में पहुंच रही है, जहा कोई रोकटोक नही है. चेकपोस्ट में भी जांच नही हो रही, जिसके कारण बड़ी आसानी से बाहर की धान पहुंच रही है. जिस पर प्रशासन अंकुश नही लगा पा रहा है.
उठाव न होने से किसान परेशान हो रहे है: सुब्रत
रीवा राष्ट्रीय किसान समन्वय समित के सदस्य किसान सुब्रत ने कहा है कि शहर से लगे कृषि उपज मंडी प्रांगण मे स्थित खरीदी केन्द्रो मे खरीदी गयी धान का आखिर उठाव समय से क्यो नही हुआ? सुदूर पूर्व की स्थित कैसी होगी सोचनिय है. आखिर समय से उठाव कयो नही हुआ जाच करा कारवाई की जाय, धान का उठाव ना होने से किसानो के भुगतान नही हो रहे है समर्थन मूल्य मे धान एक सप्ताह पहले दे दी थी उनका भुगतान नही हो पा रहा है. किसान सुब्रत ने मध्यप्रदेश सरकार जिला प्रशासन से माग कि है कि समर्थन मूल्य मे खरीदी गयी धान का तत्काल उठाव कराया जाय,जिन किसानो के स्लाट बुक है उनका समय बढाया जाय.