अतिक्रमण की कार्यवाही के बाद बेसमेंट की बारी 

निगम द्वारा कराए जा चुके हैँ नोटिस सर्व

 

जबलपुर। शहर के मुख्य बाजारों मैं बने शॉपिंग कांप्लेक्स एवं टावर मालिकों को निगम द्वारा लगभग पंद्रह बीस दिनों पहले हफ्ते भर का अल्टीमेटम दिया गया था। इसके बाद नगर निगम शहर से अतिक्रमण साफ करने में व्यस्त हो गया था। लेकिन अब निगम के बड़े अधिकारियों ने कार्यवाही के प्रति अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि लोग बेसमेंट में हर दर्जे की मनमानी कर रहे है। जिनको निगम द्वारा नोटिस भी भेजे जा चुके हैं एवं अतिक्रमण की कार्रवाई से जैसे ही दस्ता मुक्त होगा तत्काल बेसमेंट पर कार्यवाही का नंबर लगाया जाएगा। बता दे कि पॉश लोकेशन में बनी दुकाने और ऑफिस बेसमेंट में संचालित हो रहे हैं जिसको लेकर नगर निगम अब कार्रवाई करने जा रहा है। सूत्रों की माने तो ऐसे बेसमेंट और टावर मालिकों को निगम द्वारा नोटिस भी सर्व कराए जा चुके है।

 

नवभारत ने छेड़ी है मुहिम

शहर में गैर कानूनी तरीके से बेसमेंट में संचालित हो रही दुकानों के खिलाफ नवभारत समाचार पत्र द्वारा मुहिम चलाई जा रही है। जिसके चलते निगम को भी अब कार्रवाई का मन बनाना पड़ा है। बेसमेंट में चल रही दुकानों को लेकर खबरें प्रकाशित होने पर कार्रवाई करते हुए नगर निगम कमिश्नर ने कहा कि अतिक्रमण दस्ते के कार्यवाही से मुक्त होते ही बेसमेंट में चल रही दुकानों पर एक्शन लिया जाएगा। उनके द्वारा बताया गया कि निजी अस्पताल एवं कुछ शॉपिंग कांप्लेक्स को सील करने की कार्रवाई की गई है।

 

भेजे जा चुके हैं नोटिस

बेसमेंट से जुड़े अधिकारियों की माने तो जितने भी टावरों में अवैध रूप से दुकानें संचालित की जा रही हैं और पार्किंग सड़कों पर हो रही है उन सभी को निगम द्वारा नोटिस थमाया गया है। इनमें जयंती कॉम्पलेक्स, सुपर मार्केट, रसल चौक, गोरखपुर, दीनदयाल चौक जैसे इलाको की दुकानें शामिल है।

 

इनका कहना है

बेसमेंट में संचालित हो रही दुकानों को नोटिस भेजे जा चुके हैं। अभी दल अतिक्रमण की कार्रवाई में व्यस्त है। इस कार्रवाई के खत्म होते ही बेसमेंट की दुकानों पर एक्शन लिया जाएगा।

श्रीमती प्रीति यादव, कमिश्नर, नगर निगम

Next Post

कंपनी में 2.50 करोड़ का फ्रॉड

Thu Dec 12 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email धोखाधड़ी का मामला दर्ज, आरोपी गिरफ्तार जबलपुर। सिक्योरिटी कंपनी में 2 करोड़ 50 हजार रूपए का फ्रॉड हुआ। धोखाधड़ी करने वाला कोई और नहीं बल्कि कंपनी में सालों से काम करने वाला कर्मचारी निकला। जिसने कंपनी की […]

You May Like