सियासत
जगत ताई यानी पूर्व लोकसभा स्पीकर और आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन अपनी ही पार्टी के नेता प्रताप करोसिया से बेहद नाराज हैं. प्रताप करोसिया के भतीजे ने ताई के बड़े बेटे मिलिंद महाजन के कार शोरूम में दादागिरी की और तोड़फोड़ भी की. प्रताप करोसिया प्रदेश सफाई आयोग के अध्यक्ष होकर राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नेता हैं. वो क्षेत्र क्रमांक 5 में राजनीति करते हैं जहां ताई का निवास है. उन्हें विधायक महेंद्र हार्डिया का समर्थक माना जाता है. शिवराज सिंह चौहान के समय उन्हें नियुक्ति मिली थी. प्रताप करोसिया दलित नेता हैं. जाहिर है उन्होंने अपने प्रभाव का उपयोग कर तोड़फोड़ करने वाले अपने भतीजे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होने दी.
अब खुद सुमित्रा ताई और उनके समर्थक इस मामले में बेहद नाराज हैं. उन्होंने सोमवार को पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह से चर्चा की है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का समय भी मांगा गया है. मामला तूल पकड़ चुका है. ताई के समर्थक ना सिर्फ प्रताप करोसिया और उनके भतीजे के खिलाफ बल्कि उस क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई चाहते हैं. भाजपा के कुछ नेताओं ने मध्यस्थता की कोशिशें की, लेकिन ताई ने इसे ठुकरा दिया. दरअसल, ताई ने सत्ता की चौखट पर औऱ संगठन के दरवाज़े पर इस मूददे पर गम्भीर दस्तक दे दी हैं. सुनवाई नहीं होने की सूरत में ‘दिल्ली दरबार’ की राह पकड़ने की ताक¸ीद भी दी गई हैं. ‘घर के झगड़े’ में ‘घर फोड़ूओ’ की पड़ताल शुरू हुई हैं.
पुलिस की भूमिका व ‘अपनों’ की कारगुजारियों से आहत महाजन फ़िलहाल बहुत रोष में हैं और अंतर्मन से आहत भी हैं कि जिस पार्टी के लिए सर्वस्व खपाया, उस दल के वर्तमान ताकतवर नेता उम्र के इस पड़ाव पर उनके साथ ये कैसा व्यवहार कर रहें हैं? अन्य शेष नेता मौन रहकर क्या जता रहें हैं? ताई ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से फोन पर बात कर अपना रोष ज़ाहिर किया. उधर प्रदेश कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी फ़ोन कर महाजन से वस्तुस्थिति की जानकारी ली. दूसरी तरफ ताई के समर्थन में जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओ की एक अहम बैठक भी रविवार को हुई.
इस बैठक में तय किया गया कि सोमवार को सर्व समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से मिलेगा, आज ऐसा हुआ भी. जिस गाड़ी को लेकर पूरा मामला घटित हुआ, बताया जा रहा है कि वह नगर निगम में अटैच हैं. हमले में निगमकर्मी के शामिल होने की जानकारी भी रविवार की बैठक में दी गई. सूत्रों के मुताबिक महाजन ने सीएम व प्रदेश अध्यक्ष से दो टूक ये भी कहा है कि वो यहीं रुकने वाली नही हैं. इस पूरे मामले को दिल्ली आलाकमान तक लेकर जाएंगी. हालांकि आज तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं, अब देखते हैं आगे क्या होता है..!