लोगों ने दरवाजा तोडक़र मल्टियों पर कर लिया कब्ज़ा
महापौर मुकेश टटवाल ने मौके पर जाकर देखा तो उड़ गए होश
क्षेत्रीय रहवासी भी नारकीय जीवन जीने को मजबूर
उज्जैन। स्वयं के आशियाना का सपना देख रहे गरीब लोगों को सरकारी आवासीय योजना से वंचित होना पड़ रहा है, और उन्हें आवेदन करने के बाद में भी रहने के लिए स्थान नहीं मिल रहा है , वही कुछ लोग ऐसे हैं जो सरकारी मल्टियों के ताले तोडक़र दरवाजे तोडक़र बेजा कब्जा कर रहने लग गए हैं।
नवभारत की पड़ताल में सामने आया कि पंवासा क्षेत्र में कुछ मल्टीया नगर निगम द्वारा बनाई गई थी, जिसका उद्देश्य था कि गरीबों वंचितों शोषितों बेघर को इन मल्टियों में रखा जाएगा बेहद कम दाम पर यह मल्टियां योजना के तहत बनाई गई थी इन मल्टियों की दुर्दशा तो हो ही रहिए यहां पर अवैध कब्जे अभी हो गए हैं।
महापौर चौपाल में मिली थी शिकायत
महापौर को यह जानकारी तब मिली जब पंवासा क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने महापौर चौपाल के माध्यम से मुकेश टटवाल को शिकायत दर्ज कराई, सेकड़ो लोग नारकीय जीवन जीने को लोग मजबूर है और सडक़ पानी बिजली से लेकर मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है और मल्टी में कोई सुविधा नहीं है।
कांग्रेस के जमाने में बनी है मल्टियां
नवभारत को मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नगर निगम में जब कांग्रेस का बोर्ड था और सोनी मैहर महापौर थी,तब जे एन एन आर यू एम योजना के तहत यह मल्टीयां पंवासा क्षेत्र में बनाई गई थी।
ताले तोडक़र रहने लगे लोग
महापौर मुकेश टटवाल उसे वक्त हैरान रह गए जब उन्हें पता चला कि तमाशा की इन मल्टियों में लोग ताला तोडक़र रहने लगे हैं। इस पूरी घटनाक्रम की जांच करने के आदेश महापौर द्वारा दिए गए हैं और सोमवार को खुद महापौर मुकेश अटवाल मौके पर पहुंचे और वहां पर लोगों से बातचीत की। जो रहवासी वेध तरीके से रह रहे हैं उन्हें मूलभूत सुविधाएं देने के लिए आश्वासन दिया।