ग्वालियर: अब ठगों ने ग्वालियर के जिला मलेरिया अधिकारी को अपना निशाना बना लिया. साइबर ठगों ने मलेरिया अधिकारी को कॉल कर मनी लॉन्ड्रिंग और पोर्नोग्राफी में फंसे होने की बात कहकर डराया धमकाया. इस दौरान ठगों ने उन्हें बाथरूम तक मोबाइल ले जाने को मजबूर कर दिया, हालांकि इस दौरान अचानक कॉल डिस्कनेक्ट हो गया. जिसके बाद उन्होंने अपने एक आईपीएस मित्र को कॉल किया और इसकी जानकारी दी.
ग्वालियर के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ विनोद दोनेरिया को सायबर ठगों ने अरेस्ट कर पैसे ऐंठने की कोशिश की. वो अपने घर पर थे, तभी अचानक उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप कॉल आया. व्हाट्सएप कॉल की डीपी में एक पुलिस अफसर का फोटो लगा हुआ था. हालांकि इस समय शहर में चिकनगुनिया फैला हुआ है ऐसे में अफ़सर फॉगिंग आदि के लिए कॉल करते रहते हैं, इसलिए उन्होंने कॉल उठा लिया. जिसके बाद बताया कि वो मुम्बई क्राइम ब्रांच से बोल रहा है.
ठग ने दोनेरिया के बारे में काफी जानकारी देते हुए बताया कि उनका नाम मनी लॉन्ड्रिंग में आया है और पोर्नोग्राफी केस से भी जुड़ा है. उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाएगा और दस से बीस साल तक की सज़ा होगी. मामला काफी संगीन है.इससे डॉ दोनेरिया बुरी तरह से डर गए और इसके बाद उन्हें ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर अपने इशारों पर नचाना शुरू कर दिया. यहां तक उन्होंने टॉयलेट जाने की बात कही तो उन्होंने वहां भी मोबाइल ऑन करके बातचीत करते रहने के लिए दबाव बनाया.
लम्बी बातचीत के बाद ठगों ने कहा कि वो उनके बैंक खातों की जांच करेंगे. इसके लिए सबसे पहले वो 50 हजार रुपये उनके बताए खाते में ट्रांसफर करें. इस बीच वह लगातार पुलिसिया लहजे में डॉ दोनेरिया को डरा धमका रहा था. इससे भयभीत डॉक्टर ने कॉल काटा और अपने एक परिचित आईपीएस अफसर राकेश सगर को कॉल लगाया और सारी जानकारी दी।