बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में इंदौर में प्रदर्शन, आधे दिन का व्यापारिक बंद
इंदौर: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ बुधवार को इंदौर के लालबाग मैदान में हजारों लोग एकत्रित हुए। हिंदूवादी संगठनों के आह्वान पर यह विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन के दौरान लोग “न पोहा न चाय, बांग्लादेश हाय-हाय” जैसे नारे लगाते हुए दिखाई दिए।
व्यापारिक संगठनों का समर्थन
इस विरोध प्रदर्शन को शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों का भी समर्थन मिला। क्लार्थ मर्चेन्ट्स एसोसिएशन, स्कूटर पार्ट्स विक्रेता संघ, पाइप एंड सैनिटरी व्यापारी संघ, सियागंज किराना होलसेल मर्चेंट्स, सीतला माता बाजार, खजूरी बाजार, न्यू सियागंज, टी मर्चेंट्स एसोसिएशन, और इंदौर टाइल्स मर्चेंट एसोसिएशन जैसे संगठनों ने अपने व्यवसाय दोपहर 1 बजे तक बंद रखे।
रैली और यातायात व्यवस्था
सुबह 9 बजे लालबाग मैदान से रैली निकाली गई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। रैली के कारण शहर के कई रूटों पर यातायात प्रभावित हुआ और पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन के इंतजाम किए। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार रोकने की मांग की और भारत सरकार से इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाने की अपील की।
यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन इसमें लोगों का जोश और नाराजगी साफ नजर आई। आयोजनकर्ताओं ने इसे एकजुटता का संदेश बताते हुए कहा कि यह विरोध बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की बहाली के लिए उठाई गई आवाज है।
ऐसा कोई हिस्सा नहीं बचा, जहां सुबह से रैली नहीं निकल रही हो… जगह-जगह जत्थे में जुटे लोग
सुबह 8 बजे से ही शहर के हर क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने वाहन पर सवार होकर निकले और लालबाग पहुंचे।
लालबाग परिसर में संघ के स्वयंसेवक और संगठन के कार्यकर्ता सभी को दिशा-निर्देश दे रहे थे।
सर्वमराठी भाषी संघ और अखिल भारतीय महिला मराठा संघ की अध्यक्ष स्वाति काशिद के साथ महिलाएं बड़ी संख्या में रैली में नजर आईं। सभी ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिस पर हिन्दू एक होने जैसे नारे लिखे थे।
सिख समाज के साथ प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा और अन्य पदाधिकारी भी रैली में शामिल हुए।
गोस्वामी समाज के प्रदेश अध्यक्ष योगेन्द्र पुरी, कमल गिरी गोस्वामी और सचिन पुरी भी पहुंचे।
रैली में सुबह से लोग आने लगे थे, उनके लिए जलसेवा की व्यवस्था अमर सेवा आश्रम की ओर से की गई।
विधायक रमेश मेंदोला एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया, मुकेश राजावत, योगेश ठाकुर और सतीष देवांग के साथ मालवा मिल चौराहे पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इकट्ठा होकर लालबाग पहुंचे।
महू नाका पर हिन्द रक्षक संगठन के कार्यकर्ता नजर आ रहे थे। यहां से कार्यकर्ताओं के साथ जनप्रतिनिधि और भाजपा कार्यकर्ता विधायक मालिनी गौड़, एकलव्यसिंह गौड़ के साथ काफी देर तक नारेबाजी करते रहे।
भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के साथ सभी व्यापारिक एसोसिएशन और प्रमुख बाजारों के पदाधिकारी रैली में शामिल हुए।
विहिप, बजरंग दल और अन्य हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ता वाहन रैली के रूप में पहले तो शहर में घूमे और उसके बाद लालबाग पहुंचे।
पांच नंबर से विधायक महेन्द्र हार्डिया, राजा कोठारी ने क्षेत्र में घूमकर दुकानें बंद कराईं और उसके बाद रैली में शामिल हुए।
समग्र जैन समाज भी बड़ी संख्या में रैली में शामिल हुआ। जैन समाज के साथ पूर्व पार्षद टीनू जैन और रितेश पाटनी नजर आए।
सुबह-सुबह कामकाज पर जाने वालों को रैली के कारण कुछ परेशानी जरूर हुई।
नारों से गूंजता रहा लालबाग
जन-जन का ये नारा है हिन्दुस्तान हमारा है। हम राम-कृष्ण के बिंदू हैं हम हिन्दू है हम हिन्दू है। जात- पात की करो विदाई हम सब हिन्दू भाई-भाई । मानवता को बचाएंगे जेहाद को मिटाएंगे। जहां भी हिन्दू पर हमले होंगे, सारे हिन्दू एक होंगे, जैसे नारे रैली में शामिल लोगों द्वारा लगाए जा रहे थे। संघ की ओर से जाग जाओ बांग्लादेश सरकार, बंद करो हिन्दुओं पर अत्याचार। हिंदू धर्म और हिंदू विचार, विश्व कल्याण का आधार। बांग्लादेशी हिंदू के साथ, भारत के हर हिंदू का हाथ। निर्दोष हिन्दुओं पर आघात, अब बंद करो यह रक्तपात, जैसे नारों की तख्तियां हाथों में थी।