लगभग 83 केन्द्र बने, 6 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य
जबलपुर: आज 2 दिसंबर से जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत होगी। जिसके लिए प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा खरीदी के लिए जिले में लगभग 86 केंद्र बनाए गए थे, परंतु तीन केंद्रों पर गड़बडिय़ां और अनियमितता मिलने के कारण उन्हें खरीदी से बाहर कर ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। जिसके चलते अभी 83 केंद्रों पर खरीदी की जाएगी। जरूरत पडऩे पर केंद्रों की संख्या को भी बढ़ा दिया जाएगा। इसके साथ ही इस वर्ष धान खरीदी के लिए प्रशासन ने 6 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा है। किसानों द्वारा भी समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के लिए इस बार भी सर्वाधिक लगभग 55000 पंजीयन कराए गए हैं।
नोडल अधिकारी रहेंगे केंद्रों पर तैनात
कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर जिला आपूर्ति नियंत्रक ने उपार्जन केन्द्रों पर नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें कहा गया है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि उपार्जन केन्द्र पर पंजीकृत कृषको द्वारा स्लॉट बुक किये जाने के उपरान्त ही एफएक्यू गुणवत्ता की धान क्रय किया जावे। उपार्जन केन्द्र पर धान की साफ-सफाई के लिए छन्ना, पंखा, कृषको के लिए छाया व शुद्ध पेयजल आदि की व्यवस्था हो।
55 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन
जिले में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए किसानों द्वारा इस बार भी सर्वाधिक रूप से पंजीयन हुए हैं। जिसमें किसानों के अंदर अपनी फसल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए जिले में 55 हजार से अधिक पंजीयन कराए गए हैं। जानकारी के अनुसार 10 तहसीलों के कुल 55889 किसानों द्वारा अपनी फसल बेचने के लिए पंजीयन किया जा चुका है। जिसमें से 2138 किसानों ने सिकमी नामों के आधार पर पंजीयन कराए हैं। उल्लेखनीय है कि समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए 19 सितंबर से 14 अक्टूबर तक पंजीयन की प्रक्रिया जारी रही, जिसमें पंचायत एवं तहसील स्तर पर स्थापित सुविधा केन्द्रो में किसानों द्वारा सर्वाधिक पंजीयन कराए हैं।