इंदौर क्लाइमेट मिशन का शुभारंभ
वातावरण को बेहतर बनाना लक्ष्य
इंदौर: पर्यावरण संरक्षण के लिए छोटे और सामूहिक प्रयास शहर में बड़ा बदलाव ला सकते हैं. जरूरत सिर्फ आपको अपनी जीवन शैली को थोड़ा बदलने की है. इंदौर ने कॉर्बन उत्सर्जन 10 प्रतिशत कम करने का बीड़ा उठाया है, वो देश और विश्व के लिए मिसाल साबित होगा.यह बात अभिनेत्री और यूएनईपी की ब्रांड एंबेसडर दिया मिर्जा ने इंदौर क्लाइमेट मिशन के शुभारंभ अवसर पर कही. स्वच्छता के साथ अब पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए ऊर्जा उत्सर्जन को कम करने के मिशन शुरुआत आज शहर में हुई. इंदौर नगर निगम और एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 100 दिवसीय इंदौर क्लाइमेट मिशन का शुभारंभ आज गांधी हॉल में हुआ. इसका उद्देश्य शहर में वातावरण को बेहतर बनाकर पर्यावरण संरक्षण की मिसाल कायम करना है. इस अनूठी पहल का उद्देश्य बिजली की खपत में 10 प्रतिशत की कमी लाना और 5 लाख नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाना है.
कपड़ों पर प्रेस करना बंद किया
अभिनेत्री दीया मिर्ज़ा ने शहर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इंदौर हमेशा मुझे प्रेरित करता है. यह शहर केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है. आप सभी ने इंदौर को सात बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाया है. यह सामुदायिक प्रयासों और आपकी मेहनत का नतीजा है. पर्यावरण संरक्षण के लिए छोटे कदम और छोटे प्रयास सामूहिक रूप से बड़े बदलाव ला सकते हैं. उन्होंने यहां रहने की इच्छा जताते हुए कहा कि अगर आप कहेंगे और मौक¸ा देंगे, तो मैं यहां शिफ्ट हो जाऊंगी. स्वराज फाउंडेशन के प्रो. सोलंकी की सलाह पर मैंने अपने कपड़ों को प्रेस करना बंद कर दिया है. कार्यक्रम में कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा सहित शहर के कई गणमान्य नागरिक और पर्यावरण कार्यकर्ता उपस्थित थे.
भारत को प्रेरित करेगा इंदौरः महाजन
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने युवाओं और महापौर की सराहना करते हुए कहा कि इंदौर ने सफाई में पूरे देश को प्रेरित किया है. अब वातावरण शुद्ध करने की दिशा में भी कदम बढ़ा रहा है. हमारा इंदौर ऐसा शहर बन सकता है, जो पूरे भारत को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करे. उन्होंने सिरपुर झील के पुनरुद्धार का उदाहरण देते हुए कहा, छोटे-छोटे प्रयासों से बड़े बदलाव किए जा सकते हैं. इंदौर का हर नागरिक, चाहे युवा हो या बुजुर्ग, इस मिशन का हिस्सा बने. यही प्रयास भारत को विश्व गुरु बनाने में मदद करेगा.
देश का नेतृत्व करेगा इंदौरः महापौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इंदौर न केवल सफाई में बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी देश का नेतृत्व करेगा. यह क्लाइमेट मिशन हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण में सहायक होगा. किसी भी अभियान की सफलता असफलता तो हमारे प्रयास पर निर्भर है लेकिन उसकी शुरुआत ही कई सारे परिणाम दे देती है. महापौर ने नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया.
एक परिवार से साल में निकलता है 10 हजार कि.ग्रा. कचरा
क्लाइमेट चेंज मिशन की शुरुआत पर एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के प्रो. चेतन सिंह सोलंकी ने कहा कि इंदौर क्लाइमेट मिशन का उद्देश्य इंदौर को जलवायु एक्शन में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करना है. यह मिशन ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने, ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा एवं नागरिकों की जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के लिए चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इंदौर को विश्व में नंबर वन बनाने के लिए परिवार के हर सदस्य को प्रयास करना चाहिए. एक परिवार से सालभर में 10,000 कि.ग्रा. कार्बन डाइऑक्साइड का कचरा निकलता है। यह दिखाई न देने वाला कचरा है, जिसे कम करने की पहल हम सभी को करनी होगी।
7 दिन की 7 आदतों के लिए नागरिकों को प्रेरित करना है
पहली- कपड़े में सिलवटें है तो क्या हुआ, एक दिन बिना प्रेस के कपड़े पहने, दूसरी- चूल्हा छोड़ कच्चे या उगे हुए अनाज का सेवन करें, तीसरी सिंगल-यूज को छोड़ो- पुनः उपयोग को अपनाएं, अतिरिक्त बिजली का उपयोग छोड़ें बिजली की खपत कम करें, गाड़ी का उपयोग छोड़ पैदल चले, साइकिल चलाएं या साझा करें, छठी- सस्टेनेबल बनें, नई चीज़ों को खरीदने की बजाय पुनः उपयोग और रीसाइक्लिंग अपनाएं और किसी भी तरह की खरीदारी को टालें.