ग्वालियर। ग्वालियर में दो आई स्पेशलिस्ट पर जिला उपभोक्ता फोरम ने एक लाख रूपए का जुर्माना लगाया है। फोरम द्वारा यह जुर्माना डॉक्टरों पर ऑपरेशन में लापरवाही बरतने के कारण लगाया गया है। ऑपरेशन के बाद मरीज की एक आंख की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगी। कुछ समय बाद उस बुजुर्ग को आंख से दिखाई देना हो गया। फोरम ने डॉक्टरों को एक लाख रूपए की क्षतिपूर्ति के साथ ही मानसिक प्रताड़ना के बदले बुजुर्ग को दस हजार रूपए की राशि अलग से देने के लिए भी कहा है।
ग्वालियर में सेवानिवृत डिप्टी कमांडेंट विश्वनाथ दुबे ने एक निजी अस्पताल से अपने आंख का ऑपरेशन डॉ. सुनील शर्मा व डॉ. अदिति शर्मा के द्वारा कराया था। इस ऑपरेशन में तकरीबन 20 हजार का खर्च आया। ऑपरेशन के कुछ समय बाद दुबे की आंख की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लगी। इस पर उन्होंने डॉक्टरों से बात की। डॉक्टर द्वारा उनको एक दवा दी गई और बोला गया कि यह दवा रोज डालते रहो, आपको दिखना शुरू हो जाएगा। लेकिन दवा डालने के बाद भी आंखों की रोशनी कम होती गई और एक समय वह आया जब इनको पूरा दिखना बंद हो गया।
*हर्जाने की राशि आधी-आधी देनी होगी दोनों डॉक्टरों को*
जब विश्वनाथ दुबे ने डॉक्टर को पूरा घटनाक्रम बताया तब डॉक्टर ने उनको कहा कि अब आपकी आंखों की रोशनी कभी लौटकर नहीं आएगी। डॉक्टर द्वारा उनसे इलाज के पर्चे और सारी रसीदें भी ले ली गई और वापस नहीं की गई। इसके बाद दुबे ने उपभोक्ता फोरम का सहारा लिया और डॉक्टरों को एक नोटिस भेजा। डॉक्टर ने नोटिस के जवाब में कहा कि दुबे को हाई ब्लड शुगर व हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होने के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई है। फोरम ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कहा कि ऑपरेशन के इलाज में लापरवाही बरती गई है इसलिए ₹1लाख की क्षतिपूर्ति दी जाए, क्षतिपूर्ति की राशि दोनों डॉक्टरों को आधी-आधी देनी होगी।