पिछले साल का भुगतान न होने से नाराज मिलर्स की दो टूक, ना मिलिंग, न उपार्जन में सहयोग
जबलपुर: राइस मिलर्स द्वारा पिछले उपार्जन का भुगतान न होने के कारण उन्होंने आगामी धान उपार्जन पर सहयोग न करने के फैसला लिया है। राइस मिलर्स का कहना है कि जब तक उनके पूर्ण भुगतान नहीं होता है, तब तक वह ना ही मिलिंग करेंगे और ना ही आने वाले उपार्जन के समय सहयोग करेंगे। जिसके चलते राइस मिलर्स ने नाराजगी व्यक्ति की है। उल्लेखनीय है कि जिले में रखी हुई धान को राइस मिलर द्वारा ही चावल बनाने का कार्य किया जाता है। जिसके बाद वह चावल कम सीएमआर सेंटर में जमा होते हैं, जहां से राशन दुकानों में वितरित किए जाते हैं। परंतु पिछले साल का ही राइस मिलिंग का उनको भुगतान नहीं होने के कारण वह इस वर्ष होने वाले उपार्जन में सहयोग न करने की बात कर रहे हैं।
मिलिंग और बारदाने की राशि का नहीं हुआ भुगतान
जानकारी के अनुसार राइस मिलरो को 2022-23 और 23 24 की मिलिंग राशि, प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया है। इसके अलावा जो बारदाना उन्होंने पिछले साल जमा किए हुए थे, उसका भुगतान भी नहीं किया गया है। ऐसे में राइस मिलरो का कहना है कि जब तक उनके लंबित भुगतान नहीं किए जाएंगे तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे।
उपार्जन में बारदाने की हो सकती है समस्या
राइस मिलर्स द्वारा अगर उपार्जन की समय सहयोग नहीं करते हैं तो सबसे पहले बारदाने की मुसीबत उपार्जन के समय होगी। क्योंकि जो उपार्जन नीति तैयार की गई है उसमें 46 प्रतिशत पुराने – बारदाने में धान की खरीदी होना है, जो की राइस मिलरो के द्वारा जमा किया जाता है यदि यह जमा नहीं होगा तो बड़ी समस्या हो जाएगी।
इनका कहना है
राशि भुगतान के लिए ऑफलाइन आवेदन किया जा चुका है, इसके अलावा कुछ मिलर्स ने भी ऑनलाइन आवेदन किया है, जल्द ही सभी मिलर्स को भुगतान हो जाएगा ।
हीरेंद्र रघुवंशी, डीएमओ