ढाका, 29 नवंबर (वार्ता) बंगलादेश वित्तीय खुफिया इकाई (बीएफआईयू) ने अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) के संत चिन्मय कृष्ण दास बह्मचारी से जुड़े 17 लोगों के बैंक खाते 30 दिन के लिए फ्रीज करने का आदेश दिया है।
यह निर्देश गुरुवार को जारी किया गया और देश के विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों को भेजा गया।
ढाका ट्रिब्यून ने बीएफआईयू के हवाले से बताया कि इसमें खातों से एक महीने के लिए सभी लेन-देन निलंबित कर दिए गए हैं। इसके अलावा अन्य 16 लोगों में कार्तिक चंद्र डे, अनिक पाल, सरोज रॉय, सुशांत दास, बिस्वा कुमार सिंघा, चंडीदास बाला, जयदेव कर्माकर, लिपि रानी कर्माकर, सुधामा गौर दास, लक्ष्मण कांति दास, प्रियतोष दास, रूपन दास, रूपन कुमार धर, आशीष पुरोहित, जगदीश चंद्र अधिकारी और सजल दास शामिल हैं।
बीएफआईयू ने बैंकों से इन व्यक्तियों के स्वामित्व वाले सभी व्यवसायों के लिए खाता खोलने के फॉर्म, केवाईसी फॉर्म और शुरुआत से लेन-देन का ब्यौरा सहित विस्तृत खाता जानकारी भी मांगी है। यह जानकारी तीन कार्य दिवसों के भीतर प्रदान की जानी चाहिए। यह कार्रवाई हाल ही में सनातन जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय की गिरफ्तारी के बाद की गई है।
चटगाँव के लालदिघी मैदान में 25 अक्टूबर को एक रैली के बाद उन पर और 19 अन्य लोगों पर बंगलादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराकर उसका अपमान करने के आरोप में देशद्रोह का आरोप लगाया गया। इस वजह से 30 अक्टूबर को कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि इस्कॉन संत चिन्मय को सोमवार को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। अगले दिन, उन्हें चटगाँव की एक अदालत में पेश किया गया, जहाँ उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उन्हें जेल भेज दिया गया। चिन्मय के समर्थकों ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया, लगभग ढाई घंटे तक जेल वैन को रोके रखा। आखिरकार पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और चिन्मय को जेल ले गई।
अफरातफरी के दौरान, एक वकील सैफुल इस्लाम अलिफ रंगम कन्वेंशन हॉल के पास गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
इन घटनाक्रमों के बाद बंगलादेश में इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठने लगी है। इस बीच, इस्कॉन बंगलादेश ने गुरुवार को चिन्मय से खुद को अलग कर लिया और इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने लंबे समय से संगठन का प्रतिनिधित्व नहीं किया है।