लखनऊ 27 नवंबर (वार्ता) पर्थ में कप्तान जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारत को 295 रनो से मिली ऐतिहासिक जीत भारतीय समर्थक फूले नहीं समा रहे है और जीत की खुशी का इजहार करने और अपनी टीम को बधाई देने के लिये तरह तरह के आंकडो की मदद ले रहे हैं।
ऐसे ही एक भारतीय दिव्यांग प्रशसंक श्रीकांत मौर्य ने यूनीवार्ता से बुधवार को कहा “ आस्ट्रेलिया को दशकों तक याद रहने वाली इस हार में ‘चार’ के अंक की भूमिका अहम है। अंकगणित के खासे जानकार दृष्टिहीन मौर्य ने आंकड़ों का हवाला देते हुये कहा “ भारत और आस्ट्रेलिया के बीच यह आस्ट्रेलिया में अब तक की 14 टेस्ट सीरीज थी। इंडिया की तरफ से पहली पारी में उच्चतम निजी स्कोर 41 था और इसी पारी में सबसे ज्यादा 48 रनो की भागीदारी निभायी गयी जबकि चार खिलाड़ी दहाई के अंक तक अपने निजी स्कोर को ले जाने में सफल रहे। भारत ने पहली पारी में 49 ओवर तक बल्लेबाजी की। आस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी 104 रन बना सका जिसके चलते भारत को पहली पारी में 46 रन की लीड मिली।”
उन्होने कहा “ भारत ने दूसरी पारी में 487 रन बनाये और आस्ट्रेलिया को 534 रन का जीत का लक्ष्य दिया। भारत ने कुल 134 ओवर तक बल्लेबाजी की और मैच चार दिनो में ही समाप्त हो गया।
श्रीकांत ने कहा “ आस्ट्रेलिया की पहली पारी में शुरुआती चार बल्लेबाज आठ,दस,दो और शून्य पर आउट हुये जबकि दूसरी पारी में यही बल्लेबाज क्रमश: शून्य,चार,दो और तीन रन बनाकर आउट हुये जिसका कुल योग 29 रन होता है। यह पहली बार है जब आस्ट्रेलिया के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने दयनीय प्रदर्शन करते हुये सबसे कम 29 रन जोड़े है और यह भारतीय गेंदबाजों की सबसे बड़ी उपलब्धि है।