दो सरकारी कर्मियों ने महाकाल मंदिर के कर्मचारियों से की मारपीट
रिस्ट बेंड योजना को भी बता रहे धता
10 लोगों की अनुमति पर 19 श्रद्धालुओं को ले जाने की जिद
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के मंदिर में महाकाल मंदिर की भस्म आरती में लगातार दलालों के द्वारा कर्मचारियों से सांठगांठ करके श्रद्धालुओं को बाले बाले दर्शन कराए जा रहे थे, जिसको लेकर न सिर्फ विवाद होते थे बल्कि मंदिर की छवि पर भी विपरीत असर पड़ रहा था. ऐसे में नई रिस्ट बेंड योजना प्रारंभ कर दी, उसे भी धता बताने की कोशिश की जा रही है.नवभारत से चर्चा में महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि 15 नवंबर को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) रिस्ट बेंड से एंट्री शुरू कर दी, नई व्यवस्था से फर्जी तरीके से प्रवेश पर लगभग रोक लग गई है. बावजूद इसके कुछ लोग जबरन भस्म आरती में प्रवेश की कोशिश करते पाए जाते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कर्मचारी से मारपीट
शुक्रवार तड़के 3 बजे महाकाल मंदिर में भस्मारती दर्शन के मद्देनजर अवैध तौर पर परिसर में से एंट्री को लेकर विवाद हो गया, स्थिति मारपीट पर पहुंच गई. मंदिर कर्मचारी ओम योगी व एक अन्य कर्मचारी ने उज्जैन कोर्ट के कुछ कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
जिस महाकाल मंदिर के कर्मचारी ओम योगी व एक अन्य के साथ मारपीट हुई है, ऐसे में न सिर्फ जिम्मेदार अधिकारियों तक वीडियो पहुंचाया बल्कि वह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया. घटनाक्रम की शिकायत महाकाल थाने में भी कर दी है.
इन दो लोगों पर आरोप
महाकाल मंदिर के अधिकारियों से शिकायत में कर्मचारी ओम योगी ने बताया कि मंदिर के गेट नम्बर 1 पर ड्यूटी होने से वह चेकिंग कर श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करवा रहा था, इसी दौरान कोर्ट कर्मचारी मोहन अजमेरी और सोनू जाटवा करीब एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु को बिना आरएफआईडी बेल्ट बांधे मंदिर में प्रवेश करवाने लाए.
फूलप्रसाद वाले लाए कर्मचारियों को
ओम योगी ने बताया कि अवैध प्रवेश पर उन्हें रोकने का कहा तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की. घटना के समय देश भर से आए सैकड़ों श्रद्धालु गेट नम्बर 1 पर लाइन में लगे थे और उनके सामने ही दोनों कर्मचारियों ने मारपीट की. कर्मचारी योगी ने आरोप लगाया कि कोर्ट के दोनों कर्मचारी फूल प्रसादी वालों द्वारा लाए गए. श्रद्धालुओं की फर्जी एंट्री करवाते हैं. घटना की महाकाल थाने में शिकायत कर दी.
कलेक्टर ने लिया संज्ञान
कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने कहा है कि मामला सामने आया है. वीडियो फुटेज देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी. इधर महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि कोर्ट के 10 पॉइंट थे, बावजूद कोर्ट के दोनों कर्मचारी 19 लोगों को अंदर ले गए, जबकि अनुमति सिर्फ 10 लोगों की थी.
दोषी पर होगी कार्रवाई
महाकाल मंदिर के कर्मचारियों ने शिकायत की है ,थाने पर भी शिकायती आवेदन उन्होंने भेज दिया है. वीडियो फुटेज देखने के बाद जो भी दोषी होगा उसे पर कार्रवाई की जाएगी.
– नीरज सिंह, कलेक्टर उज्जैन
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