नई दिल्ली 22 नवंबर (वार्ता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शुक्रवार को यहां ओडिशा पर्व 2024 में शामिल हुई। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि ’ओडिशा परबा’ ने लोगों को ओडिशा की कला, साहित्य, नृत्य, संगीत और व्यंजनों की समृद्ध विरासत से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने राजधानी में एक दशक तक इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी हितधारकों की सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि कलिंग युद्ध ने ‘चंडाशोक’ को ‘धर्मशोक’ में बदल दिया। यह युद्ध हमें सिखाता है कि प्रगति के लिए शांति महत्वपूर्ण है। आज की दुनिया के कुछ हिस्से संघर्षों का सामना कर रहे हैं। ओडिशा के इतिहास का कलिंग युद्ध अध्याय दुनिया को शांति की राह दिखा सकता है।राष्ट्रपति ने कहा कि ओडिशा की संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण पहलू सहिष्णुता है। उन्होंने लोगों से स्नेह और सद्भाव के साथ रहने और भारत और ओडिशा के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से काम करने का आग्रह किया।