ग्वालियर क़िले पर कश्मीरी युवाओं ने समझा धरोहर का महत्व

ग्वालियर: युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र एवं माय भारत के द्वारा एवं गृह मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा प्रायोजित 6 दिवसीय कश्मीरी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के चौथे दिन आज कश्मीरी युवाओं को ग्वालियर का किला, गुजरी महल एवं तानसेन के मकबरा का भ्रमण कराया गया। इस दौरान कश्मीर के युवाओं ने ग्वालियर के ऐतिहासिक स्थल एवं धरोहरों के इतिहास के महत्व को समझा एवं उसके साथ ही जाना कि ग्वालियर की संस्कृति भारत की संस्कृति में एक अनोखा स्थान रखती है।

लाल बालुए पत्थर के निर्मित ग्वालियर का क़िला देश के लिए सबसे बड़े किलों में से एक है और इसका भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान है। युवाओं द्वारा एमपी टूरिज्म के सहयोग से ग्वालियर किले पर लाइट एंड साउंड शो का भी लुत्फ़ उठाया गया जिसके तहत ग्वालियर क़िले का इतिहास , विभिन्न शासकों द्वारा ग्वालियर के उत्थान के लिए किए गए कार्यों को युवाओं ने विस्तृत रूप से समझा। इस दौरान कश्मीरी युवा दल , ज़िला युवा अधिकारी श्रीमती नेहा जादौन एवं नेहरू युवा केंद्र पदाधिकारीगण एवं राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं मण्डल सदस्य उपस्थित रहे।

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