विंध्य की डायरी
डॉ रवि तिवारी
विंध्य में विकास को नई परिभाषा देने वाले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल की चित्रकूट यात्रा के मायने तलाशने का काम दल के भीतर और बाहर दोनों ओर प्रारम्भ हो गया है. शुक्ल ने चित्रकूट में दस घण्टे के आसपास का समय गुजारा .इस दौरान कई कार्यक्रमो में शामिल हुए बरसो बाद कामदगिरि की परिक्रमा भी लगाई. दर्जनों लोगों से सौजन्य भेंट की और कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर माँ मंदाकिनी में दीपदान भी किया.मेलमिलाप और बात व्यवहार में सहज प्रदेश के उपमुख्यमंत्री की रुचि इसमें ज्यादा नजर आयी कि भगवान राम की तपोस्थली को और बेहतर और आकर्षक कैसे बनाया जा सकता है. ताकि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के बीच नयी पहचान कायम हो सके.चित्रकूट विकास प्राधिकरण के गठन के बाद यह तो तय हो गया है कि आने वाले समय मे चित्रकूट का स्वरूप वर्तमान से भिन्न होगा.इसके लिए स्थानीय लोगों को कुछ बड़ी कुर्बानी भी देनी पड़ सकती है. देश और दुनिया में जो उसकी पहचान है उसके अनुरूप स्थल विकसित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी.
भाजपा पार्षदों में विभाजन या कुछ और
रीवा नगर निगम परिषद की बैठक से 15 भाजपा पार्षदों के बहिष्कार की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. ट्रिपल इंजन सरकार का लगभग दावा करने वाली भाजपा के परिषद अध्यक्ष को लेकर पार्षदों की नाराजगी लोगो को हजम नही हो रही है. विपक्ष का महापौर होने के बाद परिषद अध्यक्ष के संरक्षण में भाजपा के पार्षदों के क्षेत्र में विकास कार्य न होना लोगो की समझ के परे है. चर्चा यह है कि पार्षदों की नाराजगी का मसला रीवा के स्थानीय विधायक प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तक पहुँचा है. अब देखना यह है कि इस असंतोष को कम करने के लिए वो कौन सा पैतरा अपनाते हैं.
गुमनामी में मैहर घराना
संगीत के क्षेत्र में देश और दुनिया मे अलग पहचान रखने वाले तार वाद्य के मैहर घराने की पहचान उनके अपने जन्मस्थली विंध्य के मैहर में ही लुप्त होती महसूस होने लगी है. बाबा अलाउद्दीन खान के पोते उस्ताद आशीष खान के निधन की घटना को इतनी सहजता से लिया गया है जैसे कुछ नया और बड़ा हुआ ही न हो.राजनैतिक घटनाक्रमों के कारण कई हिस्सों में बंट चुके समाज में लोग अब प्रतिक्रिया भी लोग भविष्य की सम्भावनाओ को देखकर देते है. समय है एक वक्त वह भी था जब लोग मैहर घराने के संगीतकारो का नाम अपनी पहचान में शामिल कर लेते थे. अब लोग शोक श्रद्धांजलि भी सोच समझ कर देते हैं