गुना। जिले में एक किसान की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। किसान ने कुछ घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह डीएपी खाद नहीं मिल पाने की परेशानी का जिक्र कर रहा था। मामला इसलिए भी संदिग्ध है क्योंकि मृतक के परिजन मौत की वजह हार्ट अटैक बता रहे हैं वहीं पड़ोसियों में सुगबुगाहट कि किस ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
जानकारी के मुताबिक गुना जिले की बमोरी तहसील क्षेत्र के झागर गांव में लगभग 45 वर्षीय किसान भगवत सिंह किरार कि रविवार देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। किसान के परिजनों ने आनंद-फानन में रात में रात के समय उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल होने लगा जिसमें भगवत सिंह कार डीएपी खाद नहीं मिलने से परेशान नजर आ रहा है। उसने खाद की कालाबाजारी का भी जिक्र किया और जनप्रतिनिधियों से कालाबाजारी रोकने की अपील भी की। भगवत सिंह ने खाद मिलने के दौरान आधार कार्ड संबंधित समस्या के बारे में अपनी पीड़ा बताई। बताया जा रहा है कि यह वीडियो भगवत सिंह ने रविवार दोपहर को रिकॉर्ड किया था और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। कुछ घंटे बाद लोगों को पता चला की भगवत की मौत हो चुकी है। हैरानी की बात यह है कि किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की बावजूद परिजनों ने पोस्टमार्टम करना उचित नहीं समझा और दावा किया जा रहा है कि सरकारी अमले को भी इस घटनाक्रम की भनक नहीं लगी। किसान के परिजन लगातार दावा कर रहे हैं कि उसे हार्ट अटैक आया था इसलिए रात के समय ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि ग्रामीण बता रहे हैं की भगवत सिंह रविवार दोपहर इसी इलाके के ग्राम धाननखेड़ी में एक निजी विक्रेता की दुकान पर खाद खरीदने के लिए गया था लेकिन वहां दाम अधिक होने की वजह से वह डीएपी लिए बगैर ही वापस लौट आया। तब से किसान खराब सिस्टम को लेकर लोगों से बातचीत कर रहा था और निराश होकर अपने घर लौट गया। देर शाम उसकी मौत होने की खबर सामने आने पर इलाके में सनसनी फैल गई है।