नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले का आधार राजनीतिक प्रतिशोध है और यह कहानी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मिलकर लिखी है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह घोटाला पूरी तरह से भाजपा और ईडी की काल्पनिक कहानी पर आधारित है। उनका सवाल था कि यदि यह कहानी सच्चाई पर आधारित है तो किसी शराब निर्माता कंपनी के मालिक या आबकारी अधिकारी को इस घोटाले में गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इस मामले में हुई कार्रवाई से साफ है कि घोटाले के पीछे साठगांठ है।
उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के साथ गठबंधन कर रखा है। राजनीतिक फलक वाले 10 से 20 प्रतिशत केस के 99 प्रतिशत केस विपक्षी नेताओं के खिलाफ होते हैं। भ्रष्टाचार के आरोपी नेता के सारे केस पार्टी बदल देने पर अचानक रुक जाते है या बंद हो जाते हैं। कई बार गिरफ्तारी के बाद लोग सरकारी गवाह बन जाते हैं और सब कुछ सही हो जाता है।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “ये हम सभी ने बीते कुछ दिनों में देखा है। जनता सब कुछ जानती और समझती है। छत्तीसगढ़ के ‘सो कॉल्ड शराब घोटाले’ के केस में सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बातें सामने रखी है। सबसे पहले कोर्ट ने कहा कि हम पूरा मामला ख़ारिज करते हैं और इसमें तो मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी नहीं बन रहा है। कोर्ट ने यह भी कहा कि केवल काल्पनिक, कुत्सित राजनीतिक मंशाओं के कारण, शासन-प्रशासन को बदनाम करने, पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप लगाने और इनकम टैक्स के ताबड़तोड़ छापेमारी के आधार पर इसे ईडी का केस बनाया गया था।”
उन्होंने कहा, “यह सब इसलिए किया गया क्योंकि चुनाव होने थे। ऐसे में जब चुनाव का बिगुल बजा तो ईडी का बिगुल भी बज गया।
भाजपा ने छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की पूरी कहानी राजनीतिक द्वेष के कारण रची थी। इस मामले में कई लोगों से रात-रात भर पूछ-ताछ की गई और उन्हें प्रताड़ित किया गया।यह एक चुनावी मुकदमा था।”
कांग्रेस नेता ने सवाल किया और कहा, “यदि घोटाला हुआ तो ईडी ने इतनी लम्बी जांच के बाद कोर्ट के सामने मनी लॉन्ड्रिंग के एक भी सबूत क्यों नहीं रखे। यदि अपराध शराब निर्माताओं की फैक्ट्री से शुरू हुआ तो क्या एक भी शराब निर्माता को गिरफ्तार किया गया। यहां तक कि एक भी फील्ड के आबकारी अधिकारी को गिरफ्तार नही किया गया। यदि ये सभी दोषी थे तो छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बने हुए महीनों हो चुके हैं, उसके बाद भी अब तक कोई एक्शन क्यों नहीं हुआ।”