भोपाल, श्योपुर, 12 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के विजयपुर में उपचुनाव के तहत कल होने वाले मतदान के पहले कुछ आदिवासियों के साथ हुई कथित गोलीबारी को लेकर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी सरकार पर हमलावर हो गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस कथित गोलीबारी को लेकर एक्स पर कल देर रात पोस्ट करते हुए कहा, ”विजयपुर में आज प्रचार समाप्त हुआ और भाजपा द्वारा मतदाताओं पर अत्याचार शुरू हो गया। भाजपा इस चुनाव को भी लाल स्याही से रंग रही है। एक ओर आचार संहिता लागू है, और दूसरी ओर रामनिवास रावत के हथियारबंद गुंडे आदिवासी भाइयों पर गोली चला रहे हैं। मैं लगातार कहता आ रहा हूं कि विजयपुर के कलेक्टर और प्रशासन की भाजपा से सांठ-गांठ है। इस बात को गंभीरता से नहीं लिया गया, और अब उसके परिणाम हमारे सामने हैं।”
उन्होंने चुनाव आयोग से श्योपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की भी मांग की।
वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने बयान में कहा कि भाजपा एक तरफ झारखंड और महाराष्ट्र में आदिवासियों का वोट चाहती है और दूसरी तरफ डकैतों के बल पर मध्यप्रदेश में चुनाव करना चाहती है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी और राज्य के वन मंत्री रामनिवास रावत का नाम लेकर कहा कि राजस्थान के हिस्ट्रीशीटर बंटी रावत से श्री रावत का क्या रिश्ता है और राजस्थान के बदमाशों को बुला कर आदिवासियों को वोट देने से क्योंं रोका जा रहा है।
विजयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने अपने बयान में आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा प्रत्यााशी रामनिवास रावत गुंडों का सहारा ले रहे हैं, आदिवासी भाइयों पर गोलियाँ चलाकर और आतंक मचाकर उन्होंने आदिवासी समाज को चुनौती दी है।
कांग्रेस का आरोप है कि कल देर रात विजयपुर के गांव धनाचा में कुछ असामाजिक तत्वों ने आदिवासियों से मतदाता पर्ची मांगी। आदिवासियों के मना करने पर उन लोगों ने गोलीबारी की और कुछ लोग इस गोलीबारी में घायल हो गए।
कांग्रेस लगातार विजयपुर उपचुनाव के संदर्भ में श्योपुर जिला प्रशसान पर आरोप लगा रही है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष श्री पटवारी कई बार श्योपुर कलेक्टर किशोर कन्याल पर सरकार के प्रति नरम रवैया रखने का आरोप लगा चुके हैं। पार्टी ने आयोग से कलेक्टर को हटाने की मांग भी की है।
वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में विजयपुर सीट से कांग्रेस के रामनिवास रावत जीते थे। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। उन्हें इसके बाद राज्य में वन मंत्री बनाया गया। कुछ समय बाद उन्होंने विधानसभा से भी त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद विजयपुर विधानसभा सीट खाली हो गई और यहां उपचुनाव हो रहा है।