नयी दिल्ली, 11 नवंबर (वार्ता) आस्ट्रेलिया सरकार की पर्यटन विकास एजेंसी टूरिज्म आस्ट्रेलिया ने भारत को अद्भुत रूप से एक महत्वपूर्ण बाजार बताया हैया है।
टूरिज्म आस्ट्रेलिया की प्रबंध निदेशक फिलिपा हैरिसन और भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नयी दिल्ली और मुंबई में दो-दो दिन का विशेष विपणन अभियान शुरू किने इस अभियान के पहले चरण के पहले दिन यहां सोमवार को मीडिया के साथ एक विशेष चर्चा में कहा, “हमारे लिए इंडिया अद्भुत रूप से एक महत्वपूर्ण बाजार है। आस्ट्रेलिया आने वाले पर्यटकों के स्रोत की दृष्टि से भारत पाचवां सबसे बड़ा बाजार बन गया है और आस्ट्रेलिया आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।”
सुश्री हैरिसन के साथ आस्ट्रेलिया के पर्यटन उद्योग की करीब 15 कंपनियों के मुख्य अधिशासी अधिकारी भी भारत में पर्यटन एवं यात्रा उद्योग तथा मीडिया के साथ संपर्क अभियान के लिए भारत आये हुए हैं।
मीडिया सत्र को भारत में टूरिज्म आस्ट्रेलिया के निशांत काशीकर, कंपनी की दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशियाई बाजार के लिए क्षेत्रीय महाप्रबंधक जेनिफर डोइग और कार्यकारी महाप्रबंधक (पूर्वी बाजार एवं विमानन प्रभाग) एंड्र्यू हॉग ने भी संबोधित किया।
कंपनी ने पूर्व आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड बार्नर को भारत के लिए अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है और वार्नर भारत के लिए टूरिज्म आस्ट्रेलिया के वीडियो मध्यम के प्रचार अभियान के मुख्य सितारे है। इन विज्ञापनों में देशाटन के शौकीनों को लुभाने के लिए सिडनी, मेलबॉर्न जैसे आस्ट्रेलिया के कई आकर्षक शहरी केंद्रों तथा कई समुद्र तटीय सैरगाहों की आकर्षक झलक प्रस्तुत की गयी है।
टूरिज्म आस्ट्रेलिया की प्रबंध निदेशक सुश्री हैरिसन ने 2022 में हुए आस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (भारत-आस्ट्रेलिया ईसीटीए) का जिक्र करते हुए कहा, “भारत और आस्ट्रेलिया के बीच संबंधों में आज जैसी घनिष्ठता इससे पहले कभी नहीं थी। हमारे दोनों देशों की सरकारों के बीच बहुत अच्छा तालमेल है और दोनों देशों के लोगों के संबंध भी अच्छे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत आज न्यूजीलैंड, चीन, अमेरिका और ब्रिटेन के बाद आस्ट्रेलिया के लिए पाचवां सबसे बड़ा बाजार बन गया है। भारत से हर साल 4.23 लाख लोग आस्ट्रेलिया की यात्रा कर रहे हैं। आस्ट्रेलिया जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या कोविड के पहले की तुलना में छह प्रतिशत बढ़ गयी है और आय की दृष्टि से वृद्धि 29 प्रतिशत तक पहुंच गयी है।
टूरिज्म आस्ट्रेलिया के अधिकारियों को उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच हवाई सम्पर्क बढ़ने और भारत से पढ़ाई और कारेाबार के लिए आस्ट्रेलिया में रह रहे लोगों की बढ़ती संख्या, क्रिकेट के प्रति आकर्षण और 2032 में ब्रिसबेन में होने वाले ग्रीष्म ओलंपिक जैसे आकषणों को देखते हुए भारत से जाने वाले पर्यटकों की संख्या में साल दर साल 10 प्रतिशत तक की वृद्धि संभावित है।
पर्यटकों की आवाजाही में एयरलाइन क्षमता के विस्तार की भूमिका महत्वपूर्ण बताते हुए श्री एड्र्यू हॉग ने कहा कि यात्री समय की बचत के लिए सीधी उड़ानों को तरजीह देते हैं। दोनों देशों के बीच इस समय कुल 10-12 एयरलाइनें सेवा दे रही हैं और इस समय सप्ताह में 26 सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं। इसके अलावा मलेशिया, सिंगापुर और वियतनाम जैसे देशों की कई एयरलाइनें दक्षिपूर्व में एकाध ठहराव के साथ आस्ट्रेलिया के लिए सेवाएं देती हैं।
श्री निशांत काशीकर ने भारत और आस्ट्रेलिया की सरकारों के बीच समझौते के तहत आस्ट्रेलिया वर्क एंड ट्रैवेल वीजा (कार्य एवं यात्रा वीजा) व्यवस्था के आस्ट्रेलिया के वीजा के लिए निर्धारित संख्या से 40 गुना आवेदन का जिक्र करते हुए कहा कि यह दोनों देशों के बीच पर्यटन की संभावनाओं को भी रेखांकित करता है। समझौते के तहत दोनों 18-30 वर्ष के बीच के एक दूसरे के नागरिकों को एक साल के लिए कार्य एवं यात्रा वीजा देने की व्यवस्था अक्टूबर से शुरू की है। इसके तहत 1000-1000 एक वर्ष के लिए मल्टी इंट्री (कई बार आने जाने के लिए मान्य) वीजा का कोटा रखा है। श्री काशीकर ने बताया कि भारत में इसके लिए 40 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए है।
यह पूछे जाने पर क्या इसकी संख्या और बढायी जानी चाहिए तो श्री काशीकर ने कहा, “यह दोनों सरकारों का निर्णय है।”
टूरिज्म आस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि उनके इस विशेष अभियान का असर भारत में ग्रीष्म अवकाश के समय दिखने की उम्मीद है जब लोग परिवार के साथ यात्रा के लिए निकलते हैं।