नवभारत
बागली। कार्तिक शुक्ल की नवमी को पूरे भारतवर्ष सहित सभी सनातनी परिवार में आंवला नवमी के रूप में मनाया गया है। सनातन परंपरा अनुसार इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा की गई और सभी प्रकार की सब्जियों का मिश्रण करके सब्जी बनाकर भगवान को भोग लगाया।
इस दौरान चातुर्मास के समय काल में जो सब्जियां खाने पर सनातन परिवार में प्रतिबंध रहता है। जैसे कंदं सब्जी मैं शामिल आलू प्याज लहसुन अदरक अरबी एवं बैंगन मूली आदि सभी प्रकार की सब्जियों को मिलाकर मिश्रण सब्जी बनाई गई है। कुछ परिवारों में इस प्रकार की सब्जी दीपावली के एक दिन बाद पड़वा पर्व पर बनाकर प्रबंध सब्जियों की शुरुआत कर दी जाती है। आंवला नवमी अवसर पर भगवान गोवर्धन नाथ को तथा मंदिरों में विराजित देवी देवताओं को भोग लगाया गया। पूर्णिमा पर्व तक चलने वाला यह पर्व आंवला नवमी तिथि से आरंभ हो जाता है। इस अवसर पर बागली के समीप जटाशंकर धाम में भी अन्नभंडारे का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की यह परंपरा जटाशंकर तीर्थ में कई वर्षों से जारी है। पिपरी से मिले समाचार अनुसार यहा नवनिर्मित नर्मदा माता मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं द्वारा माता को 56 भोग अर्पित किया इस दौरान श्रद्धालु डॉक्टर राघवेंद्र यादव सतीश मेहता धर्मेंद्र गुप्ता सतीश अग्रवाल डॉक्टर सुरेश पाटिल सुरेश जैन महावीर जैन आदि उपस्थित रहे मंदिर के पंडित बृजेश शर्मा गिरधर गुप्ता द्वारा माता मां नर्मदा की आरती कर 56 भोग लगाया गया यह भोग प्रसादी श्रद्धालुओं में बाटी गई। आने वाले दिनों में कई मंदिरों में इस प्रकार का महोत्सव जारी रहेगा बागली के समीप गोवर्धन नाथ मंदिर चंपा बाग में भी अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा।