बाजारों से लेकर शहर हर इलाके में बेहताशा वृद्धि
वीरेंद्र वर्मा
इंदौर: जिला मूल्यांकन समिति द्वारा नगर निगम के वार्डो में गाइड लाइन दर बढ़ाने का प्रस्ताव किया है. इसकी मंजूरी केंद्रीय मूल्यांकन समिति भोपाल ने दे दी है, लेकिन अभी लागू नहीं की गई है. शहरी क्षेत्र के किसी भी इलाके को गाइड लाइन दरें बढ़ाने से नहीं छोड़ा गया है, कहने को सिर्फ कुछ क्षेत्र बताया गया है. इसमें अधिकारियों ने एक षड्यंत्र रचा है , जिसके तहत कुछ बड़े बिल्डरों की कॉनोलियों को गाइड लाइन दर बढ़ा कर पॉश कॉलोनी में दर्शाया दिया गया है. उससे भी बढ़कर आम जनता के साथ इतना बड़ा छलावा किया है कि पीएम आवास योजना की इमारतों में 50 प्रतिशत की वृद्धि करने का प्रस्ताव रख कर मंजूरी ले ली, अब सिर्फ लागू होना बाकी है.
शहर के लगभग सभी बाजारों के साथ जुड़ी कॉलोनियों की गाइड लाइन दर बेहताशा बढ़ाकर अप्रत्यक्ष रूप से व्यवसायिक श्रेणी में खड़ा कर दिया गया है , जिसमें बैराठी कॉलोनी, योजना 94, 54, 74, 78 , भंवरकुआ, केशरबाग, स्नेहलतागंज जैसे क्षेत्र शामिल है. वैसे गाइड लाइन दरें बढ़ाने का प्रस्ताव सिर्फ 110 कॉलोनियों का बताया गया है और पूरे जिले में 479 स्थान दिखाए गए है. लेकिन उन सभी 479 स्थानों से लगी कॉलोनियों और प्लॉट की दर ऑटोमेटिक बढ़ने का अनुमान प्रशासन और पंजीयन विभाग को हैं. वर्तमान परिस्थितियों में बाजार की हालत नाजुक है, लोगों के पास पैसे की तरलता नहीं है. सबसे खास बात यह है कि चालू वित्त वर्ष में एकदम से गाइड लाइन दर बढ़ाने का प्रस्ताव कहां से और कौन लाया है ? यह मुख्य मुद्दा है. जिस तरह से गाइड लाइन के लिए इलाकों का चयन किया गया है, उससे प्रतीत होता है कि अधिकारी और बिल्डर, कॉलोनाइजर की सांठ गांठ से दरें बढ़ाने का सुनियोजित प्लान है.
पहले यह नियम था
गाइड लाइन दरें वर्षो से 1 अप्रैल से 31 मार्च तक एक साल के लिए लागू होती थी। गाइड लाइन दरें बढ़ाने को लेकर फरवरी से मार्च तक मौके और स्थानों की बसाहट पर गाइड लाइन दरें बढ़ाई जाती थी. इसमें भी पंजीयन विभाग के अधिवक्ताओं की आपत्ति पर चर्चा होती थी. अभी तो सीधे और बाले बाले ही प्रस्ताव कर लिया गया. कभी बीच वित्तीय वर्ष में गाइड लाइन बढ़ाने का प्रस्ताव नहीं किया जाता था. लगातार जीत और जनता की उदासीनता के कारण ऐसा लगता है कि मनमाना निर्णय अधिकारियों के दाम पर किया जा रहा है. इंदौर के जनप्रतिनिधि विरोध करने से बच रहे है.
गाइड लाइन बढ़ाने की कुछ कॉलोनियों और बाजार की प्रस्तावित दरें निम्न है
कॉलोनी का नाम वर्तमान दर प्रस्तावित दर
वर्गमीटर वर्गमीटर
78 पार्ट 2 डीएसपी 38000 57000
78 पार्ट 2 45000 56300
महालक्ष्मी नगर 25000 33000
गोल्फ ग्रीन 13800 27600
रेडीमेड कॉम्प्लेक्स 1800 6500
व्हाइट फील्ड , 52800 70000
केशर बाग रोड
54,74,ड्ढ,ष्,स्र,द्ग,द्घ,द्द,द्ध 48000 58000
योजना 114 35000 44000
स्नेहलतागंज 35000 50000
साकेत नगर 79200 91000
सीतलामाता बाजार 90000 1,10,000
बड़ा सराफा 90000 1,10,000
एयरपोर्ट से लगे सभी
प्लॉट और मकान 40000 48400
बसंत विहार 56000 70500
प्रिंसेस बिजनेस पार्क 90000 1,12,000
अपोलो सिटी 1,10,000 1,37,500
शालीमार टाउनशिप 53000 61000
बीसीएम प्लेनेट 25000 37500
बिलेनियम पार्क 32000 50000
एमआर 11 20000 30000
न्यू लोहा मंडी 32000 40000
योजना 94, रिंग रोड 36500 45600
भंवरकुआ 40000 48000
केशर बाग रोड 60000 75000
सिख मोहल्ला 37000 48000
बैराठी कॉलोनी 52000 71800
एबी रोड बीजलपुर 30000 40000
हाई स्ट्रीट अपोलो 80000 1,00,000
अधिकारियों ने पीएम आवास योजना को भी नहीं छोड़ा
इसके अलावा शहर की चारों दिशाओं में बन रही प्रधानमंत्री आवास योजना की बहुमंजिला इमारतों एवं निर्माणाधीन इमारत में भी 50 प्रतिशत की वृद्धि प्रस्तावित की गई है. इससे गरीब और मध्यवर्ग की जनता परेशान हो जाएगी