मुंबई 8 नवंबर (वार्ता) सर्राफा बाजार का अनुमान है कि ब्याज दरों में कमी की शुरुआत होने के दौर में सोने की कीमतों में तेजी बनी रहेगी।
अमेरिका के संघीय बैंक फेड कि नीतिगत ब्याज दर में दर में कटौती की घोषणा के बाद सोने के पर कामा ज्वेलरी के प्रबंध निदेशक ( एमडी) कॉलिन शाह ने शुक्रवार को अपनी एक टिप्पणी में कहा , “जैसे-जैसे हम कम दर के युग में आगे बढ़ रहे हैं, सोने की कीमत में तेजी जारी रहेगी।”
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस समय सोने का भाव 1 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 2710 डॉलर के स्तर पर चल रहा है। श्री शाह का मानना है कि यह दिशा मुख्य रूप से कल रात अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत ब्याजदर में 0. 25 अंक की दर कटौती के कारण है।
उन्होंने कहा कि दर में कटौती से डीएक्सवाई (अमेरिकी डॉलर सूचकांक) में गिरावट आई और बाद में सोने में तेजी आई। डॉलर सूचकांक में गिरावट का तात्पर्य यह लगाया जाता है कि अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर नरम पड़ा है।
बाजार का मानना है कि सोने की कीमतों में सप्ताह की शुरुआत में देखी गई गिरावट की काफी हद तक भरपाई हो गई है।
श्री शाह ने कहा कि सोने की कीमतें आम तौर पर कम ब्याज वाली व्यवस्था में बढ़ती हैं।
बाजार का अनुमान है कि अमेरिकी फेड द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में एक के बाद एक -दो बार घोषित कटौतियों के बाद, अब अब वातावरण कम-ब्याज व्यवस्था का बन गया है, और भारतीय रिजर्व बैंक आ(रबीआई) द्वारा अगले महीने दरों में कटौती की उम्मीद की जा सकती है।
श्री शाह का कहना है कि इससे सोने में तेजी को और बढ़ावा मिला। उनका मानना है कि चूंकि हमें लंबी ब्याज दर व्यवस्था के निचले स्तर पर रहने की उम्मीद है, इसलिए सोने की कीमतें ऊंची रहने की उम्मीद है। भूराजनीतिक तनाव से पीली धातु को और समर्थन मिलने की उम्मीद है। हम सोने की कीमत प्रक्षेपवक्र पर अपना दृष्टिकोण दोहराते हैं।
उनका अनुमान है कि लंबी अवधि में, वैश्विक स्तर पर सोने के भाव विदेश में 3000 डॉलर और घरेलू बाजार में 86,000 रुपये तक पहुंच जाएंगे।