नयी दिल्ली 05 नवंबर (वार्ता) सिख समाज के संगठन “ द सिख फोरम ” ने कनाडा में ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर के परिसर में हिंसक घटनाओं की कड़ी निंदा की है और इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ वहां की सरकार द्वारा सख्त कार्रवाई की जाने की अपील की है।
संगठन ने ब्रैम्पटन के हिंदू महासभा मंदिर परिसर में रविवार को दर्शनार्थियों पर हमले को “ सिख विचारधारा के बिल्कुल विपरीत ” बताया है।
दि सिख फोरम के अध्यक्ष रवींद्र सिंह आहुजा और महासचिव प्रताप सिंह (सेवानिवृत्ति डीआईजी) ने मंगलवार को यहां एक सजा बयान में कहा, “ सिख समाज के लोग सभी धर्मों का आदर करते हैं और वे लोगों के अपनी अपनी धार्मिक आस्था और रीति-रिवाजों के अनुपालन में किसी के द्वारा किसी तरह की बाधा डाले जाने के कतई विरुद्ध हैं। ”
इस संगठन का मुख्यालय नयी दिल्ली में है। परम विशिष्ट सेवा पदक एवं एवं पद्मभूषण से सम्मानित दिवंगत लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा इस संगठन के संस्थापक अध्यक्ष थे।
संगठन के बयान में कहा गया है कि कोई भी सच्चा सिख ब्रैम्पटन जैसी वारदात नहीं करेगा।
बयान में कहा गया है, “ हम कनाडा के अधिकारियों से अपील करते हैं कि वह उन उग्रवादी और छिटपुट हिंसा करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें, जो वहां हिंदू मंदिर परिसर में इस घृणित कार्य में शामिल थे। ”
संगठन ने मांग की है कि उन तत्वों के ऊपर वहां के कानून के अनुसार शीघ्रतापूर्वक कार्यवाही होनी चाहिये। संगठन ने कहा है कि वह स्थिति को सामान्य करने के लिये किसी भी शांतिपूर्ण पहल का साथ देने को तैयार है।