- घाट में 7 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर उगते सूर्य को अर्ध्य देकर व्रतधारियों की आराधना होगी पूर्ण
नवभारत न्यूज
रीवा, 3 नवम्बर, कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से 4 दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ की पूजा घाट में डूबते सूर्य को अर्ध्य देकर प्रारंभ होकर उगते सूर्य को अर्ध्य देकर सम्पन्न होगी. रीवा में निवासरत पूर्वांचल के लोग गत वर्षो की तरह वीहर नदी तट बाबाघाट घोंघर में 7 नवंबर को दोपहर बाद एकत्रित होकर छठ मईया की विधि विधान से पूजा अर्चना कर डूबते सूर्य को अर्ध्य देंगी. उक्त जानकारी भोजपुरी सांस्कृतिक उत्सव समिति के अध्यक्ष नंदजी तिवारी मंटू ने बताया कि छठ पूजा का पहला दिन यानी नहाय खाय 5 नवंबर (मंगलवार) है. दूसरा दिन 6 नवंबर (बुधवार) को खरना है. तीसरा दिन 7 नवंबर, दिन गुरुवार को संध्याकालीन अर्ध्य है, चौथा दिन 8 नवंबर, दिन शुक्रवार को प्रात:कालीन अर्ध्य के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन हो जाएगा. प्रात:कालीन अर्ध्य के बाद छठ व्रती घर आकर छठ पूजन सामग्री का घर में पूजा कर पारण करती हैं. छठ व्रत में ज्यादातर हाथ उठा या सूप उठाने का काम महिलाएं ही करती हैं. श्री तिवारी सहित हिंदू उत्सव समिति धर्म परिवार के संरक्षक सुनील अग्रवाल, श्रीप्रकाश तोमर एड. सुरेश विश्नोई, नगर अध्यक्ष अनिल मिश्रा ने कलेक्टर डाक्टर प्रतिभा पाल व निगम आयुक्त से बाबाघाट तट की समुचित साफ सफाई , प्रकाश व्यवस्था के साथ सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सहित गत वर्षो की तरह निगम प्रशासन की ओर से व्रतधारियों के लिए घाट में बैठने पंडाल कुर्सी की व्यवस्था करवाएं जाने की अपील की है.