एंटी माफिया अभियान के तहत इंदौर जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
कनाड़िया रोड़ पर बनी अवैध दुकाने और अन्य निर्माणों की रिमूवल की कार्रवाई
इंदौर: इंदौर जिला प्रशासन ने कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में शुक्रवार को एंटी माफिया अभियान के तहत सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. कार्रवाई के तहत 38 एकड़ सीलिंग की जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त कराया गया इसकी कीमत लगभग एक हजार करोड़ रुपए है. जिला प्रशासन ने कनाड़िया रोड़ पर अवैध दुकानें और अन्य निर्माणों की रिमूवल की कार्रवाई की.
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व में आयोजित कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के सभी जिलों को माफियाओं के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई में इंदौर मॉडल का अनुसरण करने के लिए कहा गया था. इंदौर जिला प्रशासन ने आज उस मॉडल को और अधिक प्रभावी बनाते हुये कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में शुक्रवार सुबह एंटी माफिया अभियान के तहत सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया.
जिला प्रशासन, नगर निगम एवं पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई के तहत कनाडिया रोड स्थित 38 एकड़ की सीलिंग की जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त कराया गया. मुक्त कराई गई सीलिंग की भूमि का व्यवहारिक मूल्य लगभग 1 हजार करोड़ रुपए है। इस दौरान नगर निगम अमले द्वारा कनाडिया रोड क्षेत्र में बनाए गए अवैध निर्माणों एवं अतिक्रमण को भी ध्वस्त किया गया. उक्त अवैध निर्माण में सौहराब पटेल और यूनिस खान के नाम सामने आये हैं. इनके द्वारा इस क्षेत्र में अवैध हफ्ता वसूली भी की जाता थी. इन दोनों व्यक्तियों तथा सभी संल्पित व्यक्तियों के विरूद्ध एफआइआर भी दर्ज की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने की सराहना
इंदौर जिला प्रशासन की कार्रवाई को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहाना ने सराहा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए मैं इंदौर प्रशासन को बधाई देता हूं. मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, माफियाओं के लिए कोई स्थान नहीं है. इनका पूरी तरह से सफाया कर आमजन के जीवन को सुगम बनाने तक कठोर कार्रवाई जारी रहेगी.