वर्ष 2025 में एनटीपीसी रिहंद में 20 मेगावाट सोलर उत्पादन की वृद्धि, सीएसआर के कार्यो एवं उपलब्धियों को गिनाया
नवभारत न्यूज
रिहंदनगर 31 अक्टूबर। रिहंद स्टेशन के कर्मियों एवं अधिकारियों में विषम से विषम परिस्थितियों में भी चुनौती स्वीकार करने की क्षमता है। उक्त बातें एनटीपीसी के रिहंद परियोजना में बुधवार को शिवालिक अतिथि गृह में आयोजित पत्रकार वारता के दौरान परियोजना प्रमुख पंकज मेदीरत्ता ने मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब देते हुये कही।
उन्होने यह भी कहा कि एनटीपीसी रिहंद प्रचालन प्रदर्शन में सभी एनटीपीसी थर्मल स्टेशनों/ परियोजनाओं में 88.69 प्रतिशत पीएलएफ के साथ तीसरे स्थान पर है। यह उपलब्धि स्टेशन, परियोजनाओं की असाधारण प्रचालन दक्षता और बिजली उत्पादन में उत्कृष्टता के लिए इसकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इसके अलावा एनटीपीसी रिहंद ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रदर्शन मूल्यांकन मैट्रिक्स रैंकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया है। जो एनटीपीसी में उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए इसके मजबूत प्रदर्शन और समर्पण को उजागर करता है। अपनी प्रचालन उपलब्धियों के अलावा, एनटीपीसी रिहंद ने अपने सीएसआर के अंतर्गत पिछले पांच वर्षों में जीईएम कार्यक्रम के माध्यम से 600 बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करके सामाजिक कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इनमें से 50 बालिकाओं को टाउनशिप के डीएवी स्कूल में प्रवेश दिलाया गया है एवं उन्हें निशुल्क शिक्षा दी जा रही है । कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद सोनभद्र के मुख्यालय रावट्सगंज, रेनुकूट, बीजपुर, अनपरा, सिंगरौली एवं बैढ़न अन्य स्थानों के मीडिया प्रतिनिधिगण, मुख्य महाप्रबंधक परियोजना देबदत्ता सिन्हा, अपर महाप्रबंधक मानव संसाधन बृज किशोर पाण्डेय, उप महाप्रबंधक मानव संसाधन संतोष कुमार उपाध्याय अन्य मौजूद रहे।