2 अभी भी गंभीर, वन्य जीव चिकित्सक जुटे उपचार में
उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बड़ी खबर है यहां मंगलवार से लेकर अब तक 8 जंगली हाथियों की दर्दनाक मौत हो चुकी है, इसके अलावा 2 जंगली हाथी अभी भी गंभीर रूप से बीमार बताए जा रहे हैं, जिनका वन्य जीव चिकित्सक उपचार कर रहे हैं, हालांकि एक हाथी का स्वास्थ्य बेहतर होना बताया जा रहा है।
अंदेशा जताया जा रहा है कि फसलों को कीटों के प्रकोप से बचने के लिए उपयोग किए गए कीटनाशकों को खाने के अलावा जलस्रोत में जहर मिला देने से हाथियों की मौत हुई होगी लेकिन प्रबंधन अभी तक किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सका है।
दिल्ली से पहुंची एनटीसीए, एसटीएफ टीम
अब तक 8 हाथियों की मौत होने से प्रदेश व दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है। वन विभाग और विशेषज्ञों की टीमें मौत का कारण जानने में जुटी हुई हैं। हाथियों की मौत के मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र व राज्य स्तर पर विशेष जांच दल का गठन किया गया है। वहीं दिल्ली से एनटीसीए के दो सदस्य व गठित जांच दल एसटीएफ सहित तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं, इस मामले को लेकर स्थानीय अधिकारियों से लेकर केंद्र तक की टीमें गहनता से जांच करने में जुटी हुई है।
पूरे इलाके की सर्चिंग
अब मामले में गठित एसआईटी सहित एनटीसीए की टीम नजर बनाते हुए पूरे इलाके की सर्चिंग करने जुटी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मामले से पर्दा उठेगा।
वन मंत्री ने एक्स पर दी जानकारी
वन मंत्री रामनिवास रावत ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि एस आई टी की टीम का गठन कर दिया गया है, और कहा है कि अगर जांच में कोई दोषी पाया जाता है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गस्ती के दौरान मिली थी कुछ हाथियों की अचेत होने की सूचना
डिप्टी डायरेक्टर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पीके वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की गश्ती दल को रूटीन गस्ती के दौरान कुछ हाथियों की अचेत होने की सूचना जैसे ही मिली तत्काल सीनियर अधिकारियों के द्वारा मौके पर आकर की जांच किया गया की कुछ हाथी अचेत अवश्य पड़े हैं और कुछ हाथी संघर्ष कर रहे हैं।