मंदसौर। मंदसौर में बीती रात सूपड़ा निवासी एक किसान गांव के तालाब किनारे संदिग्ध अवस्था में बेहोश मिला। उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे और शरीर पर चोटों के निशान थे। पिपलियामंडी पुलिस की सहायता से घायल को स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया। जहां उसका उपचार किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में लेनदेन का विवाद सामने आया है ।
मल्हारगढ एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी ने बताया कि घायल के भतीजे राठौर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके अंकल रामचंद्र मेघवाल (52) सुबह घर से खेत पर जाने के लिए निकले थे। रविवार रात 8 बजे तक वापस घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने तलाश करना शुरू किया। खेत के पास तालाब किनारे उनकी बाइक पड़ी थी, कुछ दूरी पर वे घायल अवस्था में पड़े थे, उनके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे और मुंह पर कपड़ा बंधा था। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस की सहायता से घायल को पिपलियामंडी स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद जा अस्पताल रेफर किया गया। घायल की हालात खतरे से बाहर बताई गई है।
दो दिन पहले मिली थी धमकी
पुलिस ने मामले में गांव के चमनलाल पिता राधेश्याम पाटीदार को गिरफ्तार किया है। घायल के परिजनों ने आरोपी पर जान से मारने की नीयत की शंका जताई थी। परिजनों के अनुसार, आरोपी राधेश्याम से लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। दो दिन पहले आरोपी ने फोन पर हत्या करने की धमकी दी थी।
परिजनों के मुताबिक आरोपी और उसके साथियों ने मिलकर रामचंद्र को जान से मारने की नीयत से उसके साथ मारपीट की और हाथ पैर बांध कर तालाब में फेंक दिया। घयाल किसी तरह रेंगते हुआ तालाब के बाहर आ गया। हालांकि घायल के बातचीत की अवस्था मे आने के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ सकती है।