भगवान चिंतामन गणेश, महाकाल बाबा के दर्शन कर उज्जैन का किया आभार प्रकट
उज्जैन: जब मेरी मिस इंडिया फेमिना बनाए जाने की यात्रा चल रही थी, उस दौरान मुझे कई लोग पूछते थे कि छोटे से शहर से यहां तक कैसे पहुंची हो तो मैं उनको एक ही जवाब देती थी कि जिस शहर में बाबा महाकाल विराजित हों वह शहर छोटा कैसे हो सकता है। इसी के साथ ही बाबा महाकाल के जयकारे लगाते हुए उज्जैन में रोड शो के दौरान यह बात मिस इंडिया निकिता पोरवाल ने कहते हुए शहर वासियों का दिल जीत लिया।
दरअसल रविवार को मुंबई से इंदौर और फिर अपने गृह नगर उज्जैन पहुंची मिस इंडिया निकिता पोरवाल का उज्जैनवासियों ने जमकर स्वागत किया। फेमिना मिस इंडिया 2024 का ताज पहनने के बाद निकिता पोरवाल पहली बार अपने घर पहुंची। यहां परिवार के लोगों और रिश्तेदारों ने उनका आतिशबाजी और फूलों की बारिश कर स्वागत किया।
विभिन्न संगठनों संस्थाओं से लेकर भाजपा कांग्रेस के नेताओं कार्यकर्ताओं ने भी निकिता का स्वागत किया।
रविवार की शाम 5 बजे निकिता पोरवाल एक खुली जीप में टावर चौक पर पहुंची। रोड शो टावर चौक से प्रारंभ होकर भरतपुरी स्थित इस्कॉन मंदिर पहुंचा। निकिता जब खुली गाड़ी में सवार होकर उज्जैन वासियों का अभिवादन कर रही थी तो जय महाकाल के जयकारों से टावर चौक गूंज उठा। चार माह पूर्व निकिता पोरवाल मिस मध्य प्रदेश बनी और अब मिस इंडिया बनी, इसके साथ ही निकिता 2026 में होने वाली मिस वल्र्ड प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। वे अरविंद नगर में रहने वाले पेट्रो कैमिकल व्यवसायी अशोक पोरवाल की बेटी हैं।
निकिता के दादाजी बीमार
निकिता पोरवाल के दादाजी को सबसे अत्यधिक खुशी निकिता के मिस इंडिया बनने पर हुई थी। जब वह मुंबई में ही थी तब उज्जैन में स्नेहीजन, परिजन और मीडिया से धन्नालाल पोरवाल ही मुखातिब हो रहे थे। वह एक रिटायर्ड शिक्षक हैं। पोती के उज्जैन आने की इतनी खुशी हुई कि वह बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। निकिता के पिता अशोक पोरवाल और परिजन भरत पोरवाल गोपाल पोरवाल उनकी देखरेख में जुटे हुए हैं।