शिवपुरी। यहाँ के जिला अस्पताल में एक मरीज की शिप्टिंग के दौरान रैम्प पर ऑक्सीजन सिलेंडर के नोजल से लगा पाइप फट गया. इससे तेज धमाके के साथ ही सिलेंडर का फ्लो मीटर करीब 5 फीट दूर तक जा गिरा. ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीज की मौत हो गई. धमाका इतना तेज हुआ कि वार्ड में भर्ती मरीजों के बीच भगदड़ मच गई. परिजन अपने मरीजों को कंधों पर लेकर भागे. इस दौरान अस्पताल में दहशत छा गई.
शिवपुरी जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.बीएल यादव का कहना है कि मरीज ग्वालियर से आकर जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था. उसका हीमोग्लोबिन बहुत कम हो गया था. मरीज को दो यूनिट ब्लड बैंक से उपलब्ध कराया गया था. मरीज की किडनी भी फेल थी. इस कारण मरीज को ग्वालियर रेफर करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी. मरीज को रेफर करने के लिए आईसीयू से ट्रॉमा सेंटर ले जाया जा रहा था कि इसी दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर में लगी सिलिकॉन की पाइप लाइन निकल गई. ब्लास्ट के कारण घबराए अन्य मरीज और उनके परिजन करीब आधे घंटे तक अस्पताल में बाहर परिसर में खड़े रहे.
अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि यह घटना तब हुई जब जवाहर कॉलोनी निवासी रफीक खान को वार्ड बॉय ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ व्हील चेयर पर आईसीयू से ट्रॉमा सेंटर शिफ्ट कर रहा था. हादसा रैंप में नीचे उतरते वक्त हुआ.
सिलेंडर के साथ वार्ड बॉय ने छेड़छाड़ की!
हादसे में रफीक की मौत हो गई क्योंकि उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिली. वहीं, रफीक के भतीजे ने आरोप लगाया है कि सिलेंडर के साथ वार्ड बॉय ने छेड़छाड़ की थी जिसके कारण पाइप फट गया। पाइप फटने की आवाज से घबराए मरीज और उनके करीबी आधे घंटे तक अस्पताल परिसर में खड़े रहे। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन द्वारा समझाइश के बाद वह वापस अस्पताल के अंदर आने को राजी हुए।